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मीशो अब भारत का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन गया है. (Image: FE File)
Meesho IPO Alert : ई-कॉमर्स कंपनी मीशो (Meesho) ने SEBI में अपना अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है. कंपनी दिसंबर में अपने आईपीओ के जरिए बाजार में उतरेगी. नए डाक्यूमेंट के मुताबिक मीशो 700 से 800 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें 500 मिलियन डॉलर का प्राथमिक शेयर इश्यू शामिल है. इसमें कंपनी की शेयर संरचना और उन निवेशकों की जानकारी भी दी गई है, जो अपनी हिस्सेदारी का हिस्सा ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचने वाले हैं. सूत्रों के अनुसार OFS में Elevation Capital, Peak XV Partners और Venture Highway जैसे निवेशक शामिल हो सकते हैं. कंपनी के को-फाउंडर विडित आत्रे और संजीव बर्णवाल भी अपने कुछ शेयर बेचने की योजना में हैं.
इस नए दस्तावेज़ से पहले जुलाई में मीशो ने एक गोपनीय फाइलिंग की थी, जिसमें पहले ही 500 मिलियन डॉलर के प्राथमिक शेयर इश्यू का प्रावधान किया गया था. Tracxn के आंकड़ों के अनुसार, Elevation Capital के पास मीशो का 14 फीसदी और Peak XV Partners के पास 13.2 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा SoftBank, Prosus, WestBridge Capital और Fidelity जैसे बड़े निवेशक भी कंपनी में शामिल हैं.
मीशो बन गया भारत का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
ई-कॉमर्स कंपनी मीशो अब भारत का तीसरा सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन चुका है. FY25 में कंपनी का ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) रन रेट 6.2 बिलियन डॉलर रहा. मार्च 2024 तक कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 3.9 बिलियन डॉलर था, यह आंकड़ा Tracxn ने जारी किया है. हाल ही में जारी CLSA रिपोर्ट में कहा गया है कि मीशो FY31 तक 26 फीसदी की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) के हिसाब से बढ़ने की संभावना रखता है, क्योंकि कंपनी मौजूदा ई-कॉमर्स खिलाड़ियों से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रही है.
NCLT ने दी ‘रिवर्स फ्लिप’ की मंजूरी
मीशो ने इस साल अपने कॉर्पोरेट ढांचे में बड़ा बदलाव किया है. जून में, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने कंपनी की योजना को मंजूरी दी, जिसमें इसके मुख्यालय को डेलावेयर से भारत स्थानांतरित किया गया. इसे ‘रिवर्स फ्लिप’ कहा जाता है. इस बदलाव से जुड़ी कर देनदारी लगभग 288 मिलियन डॉलर होने की खबर है.
भारतीय स्टार्टअप्स तेजी से IPO योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं, क्योंकि बाजार का रुझान और निवेशकों की रुचि दोनों बेहतर हो रही हैं. आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट (Lenskart) इस वित्तीय वर्ष में 450 नई दुकानों के साथ अपने विस्तार की योजना बना रहा है, जो पिछले तीन साल में सबसे तेज़ विस्तार होगा. कंपनी की पब्लिक लिस्टिंग का संभावित वैल्यूएशन $10 बिलियन तक आ सकता है और इसके माध्यम से लगभग 8,000 करोड़ रुपये यानी 900 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना है. सूत्रों के अनुसार, IPO 12 नवंबर से पहले हो सकता है.
इसी बीच, स्टॉकब्रोकिंग प्लेटफॉर्म Groww भी 7,000 करोड़ रुपये के IPO की तैयारी कर रहा है, जो अगले महीने तक लॉन्च किया जा सकता है.