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Microsoft has been among the earliest backers to startups in India in multiple ways including its corporate venture arm, corporate accelerator arm, in-house programmes, etc.
माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन उन टेक कंपनियों में शामिल हो गई है, जो अपने कुछ कर्मचारियों को अगर वे चाहें, तो स्थायी तौर पर वर्क फ्रॉम होम की इजाजत देगी. सॉफ्टवेयर कंपनी ने कर्मचारियों के लिए एक हाइब्रिड वर्कप्लेस गठित किया है जिससे उन्हें अमेरिका में दफ्तरों के दोबारा खुलने पर ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी. कंपनी ने शुक्रवार को कंपनी के ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी दी है.
मैनेजर की मंजूरी की जरूरत
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह अपने किसी भी कर्मचारी को उनकी इच्छा पर 50 फीसदी से ज्यादा समय समय के लिए वर्क फ्रॉम होम करने दे रहे हैं और यह उन सभी रोल के लिए है जो स्टैंडर्ड बन गए हैं. जो लोग दूर से अधिकतर समय काम करना चाहते हैं, उन्हें मैनेजर की मंजूरी की जरूरत होगी. कंपनी कर्मचारियों की दूसरे शहर में शिफ्ट होने की रिक्वेस्ट को भी देखेगी. या फिर वे किसी दूसरे देश में काम करना चाहते हैं और उनका काम इसकी इजाजत देता है, हालांकि इसमें सैलरी पर असर हो सकता है और जरूरी मंजूरी चाहिए होगी.
रेडमेंड वाशिंगटन में आधारित कंपनी के सभी कर्मचारी स्थायी तौर पर वर्क फ्रॉम होम करने के लिए योग्य नहीं है क्योंकि कुछ पदों में हार्डवेयर लैब, डेटा सेंटर और इन पर्सन ट्रेनिंग की जरूरत होती है. इससे पहले कंपनी की ऐसी योजना पर रिपोर्ट्स आई थीं.
फेसबुक, ट्विटर पहले दे चुकी हैं मंजूरी
माइक्रोसॉफ्ट लोगों को ज्यादा आसान काम करने के विकल्प देने में अपने साथियों को फॉलो कर रही है. फेसबुक इंक, ट्विटर इंक और स्क्वॉयर इंक समेत कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को परमानेंट रिमोट पोस्ट के लिए देखे जाने का हक दे रखा है. माइक्रोसॉफ्ट ने लंबे समय से मैनेजर की सहमति के साथ कुछ कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए मंजूरी दी है. लेकिन इस प्रक्रिया को कोरोना वायरस महामारी के कारण आई स्थितियों को देखते हुए आधिकारिक किया जा रहा है.