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Midcap Stocks: हालिया रैली के बाद भी बहुत से अच्छे मिडकैप शेयर आकर्षक वैल्युएशन पर ट्रेड कर रहे हैं. (pixabay)
Midcap Value Stocks: मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का हालिया प्रदर्शन दमदार रहा है. स्टॉक मार्केट के इन दोनों ही सेग्मेंट में पिछले 2 महीनों एक मजबूत रैली देखने को मिली है. दोनों ही इंडेक्स ने बेंचमार्क की तुलना में आउटपरफॉर्म किया है. ऐसे में दोनों ही सेग्मेंट से बहुत से शेयरों का वैल्युएशन अब फेयर नहीं रह गया है. वैसे भी मैक्रो कंडीशंस और अन्य ग्रोथ इंडीकेटर्स की तुलना में बाजार की इस रैली को बहुत फेयर नहीं कहा जा सकता है. ऐसे में मिडकैप और स्मालकैप में आगे निवेश के लिए स्टॉक चुनते समय फिलहाल सावधानी बरतने की जरूरत है. मजबूत फंडामेंटल वाले उन्हीं शेयरों पर फोकस करना चाहिए, जिनका वैल्युएशन आकर्षक दिख रहा है. ब्रोकरेज हाउस कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस बारे में एक रिपोर्ट दी है.
1 साल में 35% मजबूत हुआ मिडकैप इंडेक्स
मिडकैप इंडेक्स में हाल के 2 महीनों की रैली ने 1 साल में मिलने वाले रिटर्न को भी मजबूत किया है. मिडकैप इंडेक्स में बीते 12 महीनों में 35 फीसदी तेजी रही है. इस दौरान 75 फीसदी से ज्यादा शेयर हरे निशान में रहे. वहीं स्मालकैप इंडेक्स में इस दौरान करीब 28 फीसदी तेजी रही है. कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार BFSI, कैनिटल गुड्स, हेल्थकेयर और रियल्टी सेक्टर से फेयर वैल्यू वाले मिडकैप शेयर चुनना कठिन हुआ है.
क्यों आई मिडकैप शेयरों में तेजी?
ब्रोकरेज के अनुसार मिड कैप ने हालिया रैली में लार्जकैप इंडेक्स को काफी पीछे छोड़ दिया है. इस रैली के पीछे प्रमुख कारण यह है कि कोविड महामारी के बाद से घरेलू स्तर पर मैक्रो कंडीशंस में सुधार हो रहा है. महंगाई नीचे आई है. वहीं कच्चे माल की कीमतों में नरमी आ रही है और ओवरआल घरेलू मैक्रो-इकोनॉमिक आउटलुक बेहतर हो रहा है. हालांकि डिमांड अभी भी पूरी तरह से पटरी पर नहीं आ पाई है. इस वजह से मिड और स्मॉल-कैप में इतनी ज्यादा रैली कुछ चिंता भी बढ़ाती है. यह बाजार की तेजी में उत्साही निवेशकों द्वारा की गई बॉइंग के चलते है.
मिडकैप में शॉर्प रीरेटिंग
कोविड-19 महामारी के दौरान 2021-22 के दौरान गिरावट के चलते डी-रेटिंग के बाद हालिया रैली में मिड मार्च 2023 के बाद से मिडकैप में री-रेटिंग देखने को मिली है. मिड कैप का वैल्यूएशन लार्जकैप इंडेक्स की तुलना में प्रीमियम पर है. हाल के महीनों में इंडेक्स में ग्रोथ हुई है. अभी मिडकैप शेयर अपने प्री-कोविड मल्टीपल्स से काफी ऊपर कारोबार कर रहे हैं, जो बाजार को मिड-कैप से बहुत ज्यादा उम्मीदों को दर्शाता है. लेकिन कंपनियां और उनके बिजनेस मॉडल में संभावित व्यवधान के बारे में भी ध्यान रखना जरूरी है.
पोर्टफोलियो के लिए इन पर रखें नजर
स्टॉक | रेटिंग | प्राइस (Rs) | फेयर वैल्यू (Rs) |
आवास फाइनेंशियर्स | BUY | 1,354 | 1,950 |
कोलगेट पॉमोलिव (India) | ADD | 1,660 | 1,725 |
Cummins India | BUY | 1,843 | 1,860 |
फेडरल बैंक | BUY | 124 | 160 |
KIMS | BUY | 1633 | 1800 |
मैक्स फाइनेंशियल | BUY | 690 | 1000 |
Narayana Hrudayalaya | ADD | 1,035 | 905 |
प्रेस्टिज एस्टेट | BUY | 575 | 600 |
सफायर फूड्स | BUY | 1,397 | 1,550 |
Sun TV Network | BUY | 445 | 555 |
Union Bank | BUY | 71 | 95 |
यूनाइटेड ब्रीवरीज | ADD | 1,512 | 1,525 |
Uno Minda | ADD | 586 | 545 |
UTI AMC | BUY | 693 | 800 |
वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड | ADD | 827 | 815 |
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)