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मोबीक्विक का आईपीओ 1900 करोड़ रुपये का है. इस आईपीओ के तहत 1500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे.
MobiKwik IPO: मोबाइल ऐप के जरिए पैसों के लेन-देन की सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी मोबीक्विक के आईपीओ को बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी की योजना इश्यू के जरिए 1900 करोड़ रुपये जुटाने की है. गुड़गांव स्थित इस कंपनी ने जुलाई 2021 में आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया था. मोबीक्विक का आईपीओ 1900 करोड़ रुपये का है. इस आईपीओ के तहत 1500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और शेष 400 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत कंपनी के वर्तमान शेयरधारक जारी करेंगे.
जुटाए गए पैसों का ये होगा इस्तेमाल
आईपीओ के तहत जारी किए गए नए शेयरों से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी के ऑर्गेनिक व इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया जाएगा. इसके अलावा इसका इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. मोबीक्विक सिस्टम देश की एक लीडिंग मोबाइल वॉलेट और बाई नाऊ-पे लेटर प्लेयर है.
लिस्टिंग पर कर्मियों को मिलेगा फायदा
पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि इसकी लिस्टिंग से एंप्लाई स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) के तहत कंपनी के कर्मियों को फायदा मिलना चाहिए. मोबीक्विक ने ईएसओपी 2014 स्कीम के तहत एलिजिबिल कर्मियों के फायदे के लिए ईएसओपी का एक पूल तैयार किया जिसके तहत 45 लाख इक्विटी शेयरों को आरक्षित किया गया है. मोबीक्विक की चेयरपर्सन, को-फाउंडर और सीओओ उपासन टाकू ने कहा था कि इस विकल्प के पूरी तरह इस्तेमाल होने पर जितने आउटस्टैंडिंग शेयरों की बिक्री होगी, उसका सात फीसदी हिस्सा कर्मियों का होगा. टाकू के मुताबिक यह अन्य कई इंटरनेट कंपनियों के मुकाबले अधिक होगा जहां लिस्टिंग पर 2 फीसदी से भी कम होल्डिंग कर्मियों की है.