/financial-express-hindi/media/post_banners/cYjEOei2RtbDmID5PQGh.jpg)
मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस की रिटेल इकाई अब तक 8.22 फीसदी हिस्सेदारी 8 निवेशकों को बेच चुकी है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में सऊदी अरब की पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड 9555 करोड़ का निवेश करेगी. कंपनी ने यह घोषणा गुरुवार को की. पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड (PIF) की इस निवेश के बाद आरआरवीएल में 2.04 फीसदी की इक्विटी हिस्सेदारी हो जाएगी. रिलायंस की किसी सब्सिडियरी में इस साल पीआईएफ का दूसरा निवेश होगा. आरआरवीएल का प्री-मनी इक्विटी वैल्यू 4.587 लाख करोड़ है. अब तक इस साल इस कंपनी में 4.28 लाख करोड़ का निवेश आ चुका है.
8 निवेशकों की 8.22 फीसदी हिस्सेदारी
मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस की रिटेल इकाई अब तक 8.22 फीसदी हिस्सेदारी 8 निवेशकों को 37,710 करोड़ में बेच चुकी है. पीआईएफ इसमें निवेश करने वाली नवीं निवेशक होगी. आरआरवीएल में सिल्वर लेक होल्डिंग्स, केकेआर, जनरल अटलांटिक, मुबाडला, जीआईसी, टीपीजी और एडिया जैसे मार्की इंवेस्टर्स की भी हिस्सेदारी है.
इससे पहले पीआईएफ ने रिलायंस की डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने वाली इकाई जियो प्लेटफॉर्म में 11,400 करोड़ का निवेश किया था. यह निवेश इसी साल आया था. इस निवेश के साथ पीआईएफ की जियो प्लेटफॉर्म में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी हो गई.
लाखों छोटे दुकानदारों को होगा फायदा- मुकेश अंबानी
मुकेश अंबानी ने पीआईएफ के निवेश की घोषणा करते हुए कहा कि सऊदी अरब के साथ लंबा संबंध रहा है. पीआईएफ ने सऊदी अरब किंगडम के आर्थिक रूपांतरण में अग्रणी रहा है और अब वह रिलायंस रिटेल के बहुमूल्य सहयोगी के रूप में मिलकर देश के रिटेल सेक्टर में बड़ा बदलाव करना चाहते हैं. अंबानी ने कहा कि इससे सभी भारतीयों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा और लाखों छोटे दुकानदारों का भी फायदा होगा.
सबसे तेज बढ़ने वाली रिटेल कंपनी
रिलायंस रिटेल आरआईएल की सभी रिटेल एसेट्स की होल्डिंग कंपनी है. डेलॉयट के ग्लोबल पॉवर्स ऑफ रिटेलिंग 2020 इंडेक्स के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2013 से वित्त वर्ष 2018 तक दुनिया भर में सबसे तेज बढ़ने वाली रिटेल कंपनी है. इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आरआरवीएल का रेवेन्यू 36,566 करोड़ रहा. यह देश भर के 12 हजार स्टोर के जरिए कारोबार करती है.