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मुकेश अंबानी का मिडिल क्लास पर दांव सफल, अब Amazon और Walmart को पछाड़ने की तैयारी

एशिया के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मध्यम वर्ग पर दांव लगाया और वह सफल रहा. मध्यम वर्ग पर दांव लगाते हुए उन्होंने भारी कर्ज लिया और इसके नतीजे रिलायंस के लिए बहुत ही बेहतर रहे.

एशिया के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मध्यम वर्ग पर दांव लगाया और वह सफल रहा. मध्यम वर्ग पर दांव लगाते हुए उन्होंने भारी कर्ज लिया और इसके नतीजे रिलायंस के लिए बहुत ही बेहतर रहे.

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Bloomberg
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मुकेश अंबानी ने मध्यम वर्ग पर दांव लगाया और वह सफल रहा. मध्यम वर्ग पर दांव लगाते हुए उन्होंने भारी कर्ज लिया और इसके नतीजे रिलायंस के लिए बहुत ही बेहतर रहे. (Image- Bloomberg)

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एशिया के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन Mukesh Ambani ने मध्यम वर्ग पर दांव लगाया और वह सफल रहा. मध्यम वर्ग पर दांव लगाते हुए उन्होंने भारी कर्ज लिया और इसके नतीजे रिलायंस के लिए बहुत ही बेहतर रहे. पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की अंतिम तिमाही जनवरी-मार्च 2019 में रिलायंस का शुद्ध लाभ 9.8 फीसदी बढ़कर 10,362 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. रिलायंस के इस रिकॉर्ड मुनाफे में सबसे अधिक योगदान खुदरा कारोबार और दूरसंचार कारोबार का था.

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पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस के कुल रेवेन्यू में 23 फीसदी हिस्सा इन दोनों सेक्टर से ही था जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष यह आंकड़ा 17 फीसदी था. हालांकि पिछले एक दशक में अंबानी के कारोबार की रीढ़ रहे कच्चे तेल के शोधन और पेट्रोरसायन कारोबार में कंपनी का प्रदर्शन कमजोर रहा और उनका रेवेन्यू शेयर 77 फीसदी से घटकर 83 फीसदी पर पहुंच गया. Jio का मुनाफा 65% बढ़कर 840 करोड़ हुआ, 1 साल में कमाए 2964 करोड़

ई-कॉमर्स पर Mukesh Ambani की नजर

भारतीय दूरसंचार सेक्टर में बेहतर प्रदर्शन के बाद मुकेश अंबानी अब ई-कॉमर्स सेक्टर के दिग्गज अमेजन और वालमार्ट को पछाड़ने की तैयारी कर रहे हैं. अंबानी ने 2016 में जियो की सेवाएं लांच करने के लिए देश भर में 4जी वायरलेस नेटवर्क पर 2.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किया था. इसकी सफलता के बाद अब उन्होंने मध्यम वर्ग की ई-कॉमर्स पर बढ़ती निर्भरता को भुनाने की कोशिश तेज कर दी है. मुकेश अंबानी का मानना है कि कंज्जूमर डिविजंस से उनकी कमाई वर्ष 2028 तक कच्चे तेल के शोधन और पेट्रोरसायन कारोबार के बराबर पहुंच जाएगी.

EBITDA का 2.3 गुना रिलायंस पर कर्ज

मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और मध्यम वर्ग पर उनका दांव सफल रहा है. हालांकि इसके लिए उन्होंने भारी-भरकम कर्ज लिया है. ब्लूमबर्ग द्वारा कंपाइल किए गए आंकड़ों के मुताबिक मार्च के अंत तक रिलायंस पर करीब 1.93 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था जो कि कंपनी के EBITDA का 2.3 गुना है.