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RIL की रिलायंस रिटेल में अब घटकर 88.9% रह जाएगी हिस्सेदारी, स्टॉक में निवेश करने वालों पर क्या होगा असर, बेचें या बने रहें

Buy or Sell RIL: रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा रिलायंस रिटेल में 0.99 फीसदी हिस्सेदारी बेचे जाने का मतलब ये है कि इस डील के हिसाब से RRVL का मौजूदा वैल्युएशन 827800 करोड़ रुपये कैलकुलेट किया गया है.

Buy or Sell RIL: रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा रिलायंस रिटेल में 0.99 फीसदी हिस्सेदारी बेचे जाने का मतलब ये है कि इस डील के हिसाब से RRVL का मौजूदा वैल्युएशन 827800 करोड़ रुपये कैलकुलेट किया गया है.

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Sushil Tripathi
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RIL News Today

REliance Industries: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में आज फ्लैट ट्रेडिंग देखने को मिल रही है (file image)

Reliance Industry Share Outlook: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में आज फ्लैट ट्रेडिंग देखने को मिल रही है. शुरूआती कारोबार में शेयर कल के क्लोजिंग प्राइस 1522 रुपये से बढ़कर 1535 रुपये तक गया, लेकिन बाद में वापस 1522 रुपये पर आ गया है. RIL ने अपनी रिटेल इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स (RRVL) की 0.99 फीसदी हिस्सेदारी 8,278 करोड़ रुपये में बेचने का एलान किया है. यह हिस्सेदारी कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी के जरिए खरीदेगी. सवाल उठता है कि रिलांयस रिटेल में RIL की हिस्सेदारी घटने से आखिर कंपनी के शेयर और निवेशकों पर क्या असर होगा. RIL के शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटेजी बनानी चाहिए.

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RIL के शेयर पर क्‍या होगा असर

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ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का नुमान है कि FY25 में RRVL का रेवेन्‍यू और EBITDA CAGR 25% और 34% ग्रोथ के साथ 4.1 लाख करोड़ और 32000 करोड़ हो जाएगा. इसमें से, कोर रेवेन्‍यू और EBITDA का योगदान 72% और 90% होना चाहिए, यानी 2.6 लाख करोड़ और 29000 करोड़.RRVL में QIA की हिस्सेदारी 0.99% बढ़ने के साथ, रिलायंस रिटेल में RIL का ओनरशिप घटकर 88.9% (पहले 89.9%) रह गया है. इसके परिणामस्वरूप RIL के SOTP के भीतर RRVL का वैल्‍यू मामूली रूप से घटकर 1485 रुपये (पहले के 1500 रुपये की तुलना में) हो गया है. इस डाइल्‍यूशन से RIL के SOTP वैल्‍युएशन पर 15 रुपये (RIL SOTP का 0.5%) का प्रभाव पड़ा है.

ब्रोकरेज का कहना है कि इससे टारगेट प्राइस में थोड़ी कमी आई है और यह 1485 रुपए/शेयर हो गया. हालांकि, FY25E के लिए कोर/पेट्रो और कनेक्टिविटी EBITDA के मल्‍टीपल को 40x/5x EV/EBITDA पर बरकरार रखा गया था.SOTP का उपयोग करते हुए, ब्रोकरेज ने रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट का वैल्‍युएशन 7.5x EV/EBITDA पर किया है, जो स्टैंडअलोन बिजनेस के लिए 904/शेयर के वैल्‍युएशन पर पहुंचता है. हाल की हिस्सेदारी बिक्री को ध्यान में रखते हुए और बुक वैल्यू पर न्यू एनर्जी से संबंधित 16 रुपये/शेयर के इक्विटी वैल्‍युएशन को देखते हुए ब्रोकरेज ने RJio को 750 रुपये/शेयर और रिलायंस रिटेल को 1485 रुपये/शेयर का इक्विटी वैल्‍युएशन दिया है. वहीं RIL के शेयर के लिए 2920 रुपये का टारगेट देते हुए खरीदारी की सलाह दी है.

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हिस्सेदारी बेचने से क्या होगा

RIL द्वारा रिलायंस रिटेल में 0.99 फीसदी हिस्सेदारी 8,278 करोड़ रुपये में बेचे जाने का मतलब ये हुआ कि इस डील के हिसाब से RRVL का मौजूदा वैल्युएशन 8 लाख 27 हजार 800 करोड़ रुपये कैलकुलेट किया गया है. इससे पहले 2020 में RRVL के 10.09 शेयरों की बिक्री के समय कंपनी का वैल्युएशन 4.2 लाख करोड़ रुपये कैलकुलेट किया गया था. यानी करीब तीन साल के भीतर कंपनी का वैल्युएशन लगभग दो गुना हो गया है.

2020 में 4.2 लाख करोड़ था वैल्युएशन

साल 2020 में RRVL ने अपनी 10.09 हिस्सेदारी 47,265 करोड़ रुपये में बेची थी. यह हिस्सेदारी कुछ ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फंड्स को बेची थी. उस वक्त कंपनी का वैल्युएशन 4.2 लाख करोड़ रुपये कैलकुलेट किया गया था. उस वक्त कंपनी ने सिल्वर लेक (Silver Lake), केकेआर (KKR), मुबाडला (Mubadala), अबु धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी, जीआईसी (GIC), टीपीजी (TPG), जनरल अटलांटिक और सऊदी अरब के पब्लिस इनवेस्टमेंट फंड से पैसे जुटाए थे. तब इसे सेक्टर की उस वक्त की सबसे बड़ी फंड रेजिंग एक्सरसाइज (fundraising exercise) कहा गया था. 2020 के सौदों की तुलना ताजा डील से करें तो महज तीन साल के भीतर कंपनी का वैल्युएशन करीब दो गुना हो गया है. इस दौरान आरआरवीएल ने बड़े पैमाने पर कंपनियों का अधिग्रहण करके और प्रमुख इंटरनेशनल ब्रांड्स के फ्रैंचाइजी राइट्स खरीदकर भारतीय बाजार में अपने बिजनेस का तेजी से विस्तार किया है.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस और एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

Reliance Retail Reliance Industries Ril Mukesh Ambani