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The single-day peak in JioMart's order volume had increased from 4 lakh daily orders, according to Reliance's Q1 FY21 results.
Mukesh Ambani in RIL Annual Report: भारत ही नहीं, एशिया के सबसे रईस अरबपति मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के तीन तेज़ी से आगे बढ़ने वाले बिजनेस में भारी निवेश करने के संकेत दिए हैं. तेजी रफ्तार ग्रोथ की संभावना वाले ये तीन बिजनेस हैं - जियो, रिटेल कारोबार और ऑयल टू केमिकल्स (O2C) का कारोबार. बुधवार को रिलीज की गई RIL की लेटेस्ट वार्षिक रिपोर्ट में अंबानी ने कहा है कि इन तीनों बिजनेस के ग्रोथ प्लान को सपोर्ट करने के लिए कंपनी के पास लिक्विडिटी की कोई कमी नहीं है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी ने रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी ने अपने टेलिकॉम और डिजिटल बिजनेस का संचालन करने वाले जियो प्लेटफॉर्म्स और रिटेल कारोबार में माइनॉरिटी शेयर बेचकर करीब 2 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके अलावा कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए भी 53,124 करोड़ रुपये हासिल किए हैं. इसके साथ ही कंपनी ने 'नेट जीरो-डेट' यानी कर्ज मुक्त होने के अपने लक्ष्य को तय समय से पहले ही हासिल कर लिया है. इस तरह कंपनी के पास भरपूर लिक्विडिटी आ गई है और बैलेंस शीट भी बेहद मजबूत है. अंबानी ने कहा कि इस मजबूत स्थिति की बदौलत कंपनी अपने तीन 'हाइपर-ग्रोथ इंजिन्स' जियो, रिटेल और O2C कारोबार के ग्रोथ प्लान को पूरी तरह से सपोर्ट करने की स्थिति में है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ बनी 'नेट जीरो-डेट' कंपनी
मुकेश अंबानी ने वार्षिक रिपोर्ट में बताया है कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान रिलायंस ने जियो प्लेटफ़ॉर्म्स की हिस्सेदारी बेचकर 1,52,056 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जबकि रिटेल बिजनेस में माइनॉरिटी शेयर बेचने से उसे 47,265 करोड़ रुपये मिले. इसके अलावा कंपनी ने देश में अब तक के सबसे बड़े राइट्स इश्यू के जरिए भी 53,124 करोड़ रुपये जमा किए हैं. इनके अलावा बीपी ने कंपनी के फ्यूल रिटेल बिजनेस में 49 फीसदी शेयर खरीदने के लिए 7,629 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इन सभी फंड्स की मदद से रिलायंस इंडस्ट्रीज़ 'नेट जीरो-डेट' कंपनी बन चुकी है.
7.8 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज समय से पहले चुकाया
मुकेश अंबानी ने यह जानकारी भी दी है कि अब तक की सबसे बड़ी निवेश जुटाने की मुहिम और मजबूत ऑपरेटिंग कैश फ्लो की बदौलत रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक की अनुमति से अपने 7.8 अरब डॉलर के लॉन्ग टर्म विदेशी कर्ज को तय समय सीमा से पहले ही चुका दिया है. भारत में इससे पहले किसी भी कंपनी ने कर्ज की इतनी बड़ी रकम वक्त से पहले अदा नहीं की थी.
मंदी और महामारी का साल, RIL की सफलता बेमिसाल!
रिलायंस इंडस्ट्रीज की यह आंखें चौंधिया देने वाली वित्तीय सफलता इसलिए और भी खास है, क्योंकि उसने यह कामयाबी एक ऐसे साल में हासिल की है, जब भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण उपजे मंदी के भयानक संकट से गुज़र रही थी. हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक 2020-21 के दौरान देश की जीडीपी में 7.3 फीसदी की ऐतिहासिक और अभूतपूर्व गिरावट देखने को मिली है. शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर बुधवार को करीब पौने दो फीसदी की तेजी के साथ 2,207 रुपये पर बंद हुए हैं.