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निवेशकों की निगाहें इस पर रहेगी कि अंबानी अपनी विरासत को बच्चों को किस तरह से सौंपते हैं. (File Photo- Reuters)
Reliance 45th AGM Expectations: मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस (Reliance) की सालाना आम बैठक (AGM) सोमवार 29 अगस्त को होनी है. इसे लेकर निवेशक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि एजीएम में दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) बड़ा ऐलान कर सकते हैं. इस साल रिलायंस की एजीएम में निवेशक जियो द्वारा 5जी की लॉन्चिंग और टेलीकॉम व रिटेल की अलग कंपनी के रूप में मार्केट की लिस्टिंग को रिलायंस की योजना को लेकर निगाह बनाए हुए हैं.
इसके अलावा उनकी निगाहें इस पर भी रहेगी कि वह इस विरासत को अपने बच्चों को किस तरह से सौंपते हैं. इस साल एजीएम ऐसे समय में होने वाली है जब वैश्विक मंदी की आशंका है और गौतम अडाणी ने मुकेश अंबानी से एशिया के सबसे अमीर शख्स का तमगा छीन लिया है और वह कॉरपोरेट जगत में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. इन दोहरी चुनौतियों के बीच एजीएम को लेकर निवेशकों की उत्सुकता बढ़ी है.
निवेशकों को ये हैं एजीएम से उम्मीदें
- मुकेश अंबानी इस साल जून में रिलायंस जियो के चेयरमैन के पद से हट गए थे और इसके बाद देश के सबसे बड़े वायरलेस ऑपरेटर जियो की कमान उनके बड़े बेटे आकाश अंबानी को मिली. निवेशक अब इस पर निगाह लगाए हुए हैं कि अंबानी लीडरशिप पोजिशन में क्या बदलाव करते हैं और ईशा, अनंत व पत्नी नीता अंबानी को अधिक जिम्मेदारी देते हैं या नहीं. ईशा और अनंत पहले ही रिलायंस ग्रुप के अनलिस्टेड कंपनियों में निदेशकों के पद पर हैं.
- रिलायंस जियो ने नीलामी के जरिए 1100 करोड़ डॉलर से अधिक के 5जी स्पेक्ट्रम खरीदे हैं और इसके आने के बाद कंपनी के रेवेन्यू में उछाल आएगा. ऐसे में निवेशक इसकी लॉन्चिंग को लेकर ऐलान का इंतजार कर रहे हैं. इसके तहत अंबानी इसे लॉन्च करने की टाइमलाइन और टैरिफ प्लान इत्यादि के बारे में जानकारी का खुलासा कर सकते हैं.
- एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी ने अपने ग्रुप के कारोबार को अलग-अलग कई कंपनियों के रूप में लिस्ट किया जिससे इसकी वैल्यू में इजाफा हुआ. अब रिलायंस ग्रुप से भी ऐसी किसी कोशिश को लेकर निवेशक उम्मीद लगा रहे हैं. निवेशक रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के आईपीओ को लेकर ग्रुप की स्पष्ट योजना जानना चाहते हैं. दोनों ही कंपनियां अपने-अपने सेक्टर में मार्केट लीडर हैं और इनकी लिस्टिंग से निवेशकों की वैल्यू में इजाफा हो सकता है.
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- अंबानी ने पिछले साल ही ग्रीन एनर्जी को लेकर अपने फोकस के बारे में ऐलान कर दिया है. अब इसे लेकर निवेशक अपडेट के बारे में जानना चाहते हैं. कंपनी ने पिछले साल सोलर मॉड्यूल्स, हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर्स, फ्यूल सेल्स और स्टोरेज बैट्रीज तैयार करने के लिए चार गीगा-फैक्टरीज बनाने का ऐलान किया था. इसके अलावा अंबानी ने वैश्विक स्तर पर छोटी ग्रीन एनर्जी कंपनियों को अधिग्रहित किया है. रिलायंस की योजना ब्लू हाइड्रोजन बनाने वाली दुनिया के सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार की है.
- अंबानी ने पिछले साल अपने भाषण में रिलायंस को वैश्विक स्तर पर ले जाने की बात जोर देकर कह चुके हैं. कंपनी ने पिछले साल ब्रिटिश मेडिकल स्टोर चेन बूट्स को अधिग्रहण करने की कोशिश की. निवेशक अब यह देखना चाहते हैं कि क्या रिलायंस ग्रुप में वैश्विक अधिग्रहण करने की क्षमता अभी भी है या नहीं.
एजीएम पर बड़े ऐलान करते रहे हैं अंबानी
रिलायंस की सालाना आम बैठक का इंतजार निवेशक इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी पिछले कुछ वर्षों से इस मौके पर बड़े ऐलान करते रहे हैं. 65 वर्षीय अंबानी ने वर्ष 2016 में टेलीकॉम सर्विस यानी जियो का ऐलान किया, वर्ष 2019 में सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी के रिलायंस के एनर्जी बिजनेस में निवेश का ऐलान किया और फिर पिछले साल वर्ष 2021 में ग्रीन एनर्जी की तरफ स्ट्रेटजिक शिफ्ट का ऐलान किया.
(Input: Bloomberg)