scorecardresearch

Mutual Fund की टॉप बॉइंग लिस्ट में TCS, Airtel, HDFC, RIL समेत ये 10 स्टॉक, किस सेक्टर पर बढ़ा भरोसा, किनसे बनाई दूरी

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) के जरिए निवेश मार्च में 12330 करोड़ रहा जो फ्रेश हाई है. यह मंथली बेसिस पर 7.8 फीसदी और सालाना आधार पर 34.3 फीसदी ज्यादा है.

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) के जरिए निवेश मार्च में 12330 करोड़ रहा जो फ्रेश हाई है. यह मंथली बेसिस पर 7.8 फीसदी और सालाना आधार पर 34.3 फीसदी ज्यादा है.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
Mutual Fund की टॉप बॉइंग लिस्ट में TCS, Airtel, HDFC, RIL समेत ये 10 स्टॉक, किस सेक्टर पर बढ़ा भरोसा, किनसे बनाई दूरी

FY22 की बात करें निफ्टी में पूरे साल के दौरान सालाना आधार पर 19 फीसदी रिटर्न मिला है. (image: pixabay)

Mutual Fund Strategy: FY22 की बात करें निफ्टी में पूरे साल के दौरान सालाना आधार पर 19 फीसदी रिटर्न मिला है. लॉकडाउन, रेट हाइक साइकिल, महंगाई, रूस व यूक्रेन के बीच जंग, कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी, सप्लाई चेन में डिस्टर्बेंस और कमजोर रूरल डिमांड के बाद भी इस साल बाजार मजबूत रिटर्न देने में कामयाब रहा है. FY22 में बाजार को सबसे ज्यादा सपोर्ट DII इक्विटी इनफ्लो का रहा और यह 2680 करोड़ डॉलर रहा, जो हाइएस्ट है. इस दौरान FIIs ने बाजार से 1710 करोड़ डॉलर निकाले. मार्च महीने के आंकड़ों पर नजर डालें तो उथल पुथल वाले इस बाजार में म्यूचुअल फंड निवेशकों ने भी बाजार में पैसा लगाना जारी रखा है. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) के जरिए निवेश मार्च में 12330 करोड़ रहा जो फ्रेश हाई है. यह मंथली बेसिस पर 7.8 फीसदी और सालाना आधार पर 34.3 फीसदी ज्यादा है. इस बारे में ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है.

म्यूचुअल फंड ने स्ट्रैटेजी में किया बदलाव

मार्च में म्यूचुअल फंड ने अपनी स्ट्रैटेजी में बदलाव किए हैं. जहां फरवरी महीने में म्यूचुअल फंड की टॉप बॉइंग में मेटल, टेक, Oil & Gas सेक्टर प्रमुख रहे. वहीं मार्च में उन्होंने कैपिटल गुड्स, रिटेल और NBFCs पर भरोसा बढ़ाया है. जबकि निजी बैंक, सीमेंट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और आटोमोबाइल से कुछ दूरी बनाई है.

किस सेक्टर में बढ़ा वेटेज, किसमें घटा

Advertisment

म्यूचुअल फंड का मंथली बेसिस पर जिन सेक्टर में वेटेज सबसे ज्यादा बढ़ा है, उनमें कैपिटल गुड्स, रिटेल और NBFCs शामिल रहे हैं. वहीं जिनमें वेटेज घटा है, उनमें निजी बैंक, सीमेंट, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और आटोमोबाइल सेक्टर हैं.

डिफेंसिव वर वेटेज 10bp घटकर 31.8 फीसदी रहा है, जबकि कंज्यूमर, हेल्थकेयर और यूटिलिटीज में भी वेटेज घटा है. दूसरी ओर टेक्नोलॉजी में वेटेज सालाना आधार पर 150bp बढ़कर FY22 में 13 फीसदी हो गया है. यह FY22 में म्यूचुअल फंड अलोकेशन के मामले में दूसरे नंबर पर रहा है. कंज्यूमर सेक्टर की बात करें तो वेटेज FY22 में 110bp घटकर 6.1 फीसदी रहा और यह अलोकेशन के मामले में चौथे से 7वें नंबर पर आ गया है. PSU बैंक की बात करें तो इसमें वेटेज 30bp बढ़कर 3.4 फीसदी रहा. जबकि सीमेंट में वेटेज 70bp घटकर 2.5 फीसदी रहा है.

मंथली बेसिस पर इन शेयरों में बढ़ी वैल्यू

मंथली बेसिस पर म्यूचुअल फंड ने जिन शेयरों में सबसे ज्यादा वैल्यू बढ़ाई है, उनमें Infosys, Reliance Inds, HDFC Bank, Bharti Airtel, HDFC, Indian Hotels, ITC, Bajaj Finance, ONGC और TCS टॉप 10 में शामिल हैं.

मंथली बेसिस पर इन शेयरों में घटी वैल्यू

वहीं जिन शेयरों में मंथली बेसिस पर वैल्यू सबसे ज्यादा घटी है, उनमें Avenue Supermarts, Hindalco Inds, CG Consumer Elect., Tata Motors, Max Financial Serv., ICICI Bank, J K Cements, Emami, Vardhman Textiles और Voltas टॉप 10 में शामिल हैं.

AUM बढ़कर 31 लाख करोड़

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) वित्त वर्ष 2022 में सालाना बेसिस पर 20 फीसदी बढ़कर 37.6 लाख करोड़ पहुंच गया है. इक्विटी इनफ्लो 422100 करोड़ रहा है. ETFs में 135400 करोड़ का निवेश आया. बैलेंस फंड में 116300 करोड़ का निवेश आया. जबकि इनकम फंड्स में सालाना आधार पर 128200 करोड़ निवेश घटा है. इक्विटी AUM (ELSS और इंडेक्स फंड के साथ) सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 2022 में 14.4 लाख करोड़ रहा.

Infosys Hdfc Bank Airtel Ril Hdfc Mutual Fund