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Mutual Funds Top Bets: अक्टूबर में म्यूचुअल फंड ने MoM बेसिस पर ऑटोमोबाइल्स, यूटिलिटीज, कंज्यूमर और इंश्योरेंस सेक्टर में अपना वेटेज बढ़ाया है. (pixabay)
Mutual Funds Top Buy & Sell Idea: सितंबर 2023 में 20 हजार का लेवल टच करने के बाद निफ्टी-50 अक्टूबर में कंसोलिडेट हुआ. अक्टूबर में इंडेक्स 559 अंक (या 2.8% MoM) गिरकर 19,080 पर बंद हुआ. जो विशेष रूप से CY23 में सबसे तेज MoM गिरावट है. इजराइल-फिलिस्तीन जंग से ग्लोबल और डोमेस्टिक मार्केट को झटका लगा. पिछले दो महीनों में FII का आउटफ्लो भी तेज रहा, हालांकि मजबूत DII इनफ्लो से उनकी भरपाई हो गई. अक्टूबर 2023 में DII की ओर से 3.4 बिलियन डॉलर का फ्लो आया, जो 7 महीनों में सबसे अधिक है. इस बीच फेस्टिव सीजन के दौरान म्यूचुअल फंड्स ने भी अपनी स्टॉक स्ट्रैटेजी में कुछ बदलाव किया है. म्यूचुअल फंड्स कस भरोसा जहां ऑटो सेक्टर पर बढ़ है, वहीं बैंकिंग शेयरों में बिकवाली की है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने इस बारे में अपनी एक रिपोर्ट जारी की है.
अक्टूबर 2023 में डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड (ELSS और इंडेक्स फंड सहित) के लिए इक्विटी एयूएम 1.4% MoM घटकर 20.7 लाख करोड़ हो गया, जिसके कारण इंडेक्स में गिरावट आई. विशेष रूप से, इस महीने इक्विटी योजनाओं की बिक्री में ग्रोथ देखी गई (4.3% MoM बढ़कर 480 बिलियन). रीडेम्पशन की गति धीमी होकर 260 बिलियन (14.8% MoM की गिरावट) हो गई. परिणामस्वरूप, नेट फ्लो सितंबर 2023 में 155 बिलियन से बढ़कर अक्टूबर 2023 में 220 बिलियन हो गया.
कुल AUM बढ़कर 46.7 लाख करोड़
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए कुल एयूएम अक्टूबर 2023 में 0.3% MoM बढ़कर 46.7 लाख करोड़ हो गया, जिसके कारण लिक्विड (425 बिलियन), इनकम (38 बिलियन), आर्बिट्रेज (29 बिलियन), गोल्ड ETF (24 बिलियन) और गिल्ट फंड (23 बिलियन) के लिए AUM में MoM ग्रोथ रही. लेकिन इक्विटी (286 बिलियन), अन्य ETF (79 बिलियन), और बैलेंस्ड फंड (29 बिलियन) के लिए AUM में MoM की गिरावट रही. निवेशकों ने SIPs के जरिए पैसा लगाना जारी रखा और यह अक्टूबर में 169.3 बिलियन (5.5% MoM और 29.8% YoY ग्रोथ) के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया.
म्यूचुअल फंड ने किन सेक्टर में बढ़ाया अलोकेशन
अक्टूबर में म्यूचुअल फंड ने MoM बेसिस पर ऑटोमोबाइल्स, यूटिलिटीज, कंज्यूमर और इंश्योरेंस सेक्टर में अपना वेटेज बढ़ाया है. जबकि बैंक (प्राइवेट और PSU), टेक्नोलॉजी, कैपिटल गुड्स और मेटल में वेटेज मॉडरेट रहा है.
NBFCs, PSU बैंक, हेल्थकेयर, टेलिकॉम और सीमेंट में वेटेज बढ़ाया है. जबकि निजी बैंक, टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर, Oil & Gas और केमिकल्स में वेटेज कम किया है या मॉडरेट रहा है. यूटिलिटीज में वेटेज 35 महीने के हाई 3.8% पर पहुंच गया है. हेल्थकेयर में वेटेज 17 महीने के हाई 6.8% फीसदी पर है. प्राइवेट बैंक में वेटेज घटकर 18.9% रहा तो Oil & Gas में वेटेज घटकर 5.7% रहा है.
ऑटोमोबाइल्स पर वेट 8.4 फीसदी (+10bp MoM और +70bp YoY) हो गया, जो 59 महीनों का हाई है. यूटिलिटीज में वेट 3.9 फीसदी (+10bp MoM, +60bp YoY) हो गया जो 38 महीने का हाई है. जबकि प्राइवेट बैंक में वेट मॉडरेट होकर 18.7% (-20bp MoM, फ्लैट YoY) हो गया. PSU Banks में वेट 3.0% (-20bp MoM, -70bp YoY) रह गया जो फरवरी 2021 के बाद सबसे कम है.
इन शेयरों पर बढ़ा भरोसा
Kotak Mahindra Bank
Interglobe Aviation
HCL Tech
Bajaj Auto
SBI Life Insurance
Solar Inds
Persistent System
CreditAccess
Coal India
Power Grid Corp
इन शेयरों में की बिकवाली
Infosys
HDFC Bank
ICICI Bank
SBI
Axis Bank
Sun Pharma
ITC
Bajaj Finance
M&M
L&T
(source: motilal oswal)