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ELSS: 5 साल में यहां 1 लाख के बने 2 लाख, लेकिन नया टैक्स सिस्टम इस स्कीम को देगा झटका

ELSS: टॉप रिटर्न देने वाले फंड की बात करें तो यहां 5 साल में ही 1 लाख के रुपये के 2 लाख रुपये बन गए.

ELSS: टॉप रिटर्न देने वाले फंड की बात करें तो यहां 5 साल में ही 1 लाख के रुपये के 2 लाख रुपये बन गए.

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Sushil Tripathi
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टॉप रिटर्न देने वाले फंड की बात करें तो यहां 5 साल में ही 1 लाख के रुपये के 2 लाख रुपये बन गए.

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New Tax System/ELSS/Mutual Fund Investors: पिछले 5 साल में इक्विटी म्यूचुअल फंड सेग्मेंट में इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम (ELSS) के रिटर्न देखें तो निवेशकों को अलग अलग फंड में 14.71 फीसदी सीएजीआर के हिसाब से रिटर्न मिला है. टॉप रिटर्न देने वाले फंड की बात करें तो यहां 5 साल में ही 1 लाख के रुपये के 2 लाख रुपये बन गए. यानी 5 साल में निवेशकों का पैसा डबल हो गया. वहीं इन फंडों में 10 हजार की मंथली एसअीआईपी की वैल्यू 5 साल में 8.52 लाख रुपये हो गई. इसके बाद भी बजट में लाए गए नए टैक्स सिस्टम के चलते ईएलएसएस का क्रेज निवेशकों में घट सकता है. असल में नए सिस्टम में ज्यादा आय वालों को कम टैक्स रेट चुनने का विकल्प तो होगा, लेकिन उन्हें टैक्स सेविंग्स स्कीम पर मिलने वाली छूट को छोड़ना पड़ेगा.

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फाइनेंशियल एडवाइजर फर्म BPN फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहना है कि नए टैक्स सिस्टम के तहत जिनकी आय 10 लाख सालाना या इससे ज्यादा है, उनके लिए टैक्स सेविंग्स प्रोडक्ट मसलन ईएलएसएस अपना उतना आकर्षक नहीं रह गया. असल में ज्यादा सालाना इनकम वालों को नए सिस्‍टम में कम टैक्‍स रेट चुनने का विकल्प है, लेकिन टैक्‍स सेविंग प्रोडक्‍ट्स पर मिल रही छूट को उन्हें छोड़ना होगा. ऐसे में ये इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग्‍स स्‍कीम यानी ईएलएसएस जैसे प्रोडक्टों में निवेश कम कर सकते हैं. उनका कहना है कि बहुत से निवेशक हैं जो ऐन वक्त पर टैक्स बचाने के विकल्प के रूप में ईएलएसएस में निवेश करते थे, अब उनके पास अपनी मर्जी से म्यूचुअल फंड चुनने का विकल्प होगा, ना कि मजबूरी.

हालांकि जिनकी आय 9 लाख से कम है वे टैक्स छूट का फायदा लेने के लिए ईएलएसएस में निवेश जारी रख सकते हैं. पिछले दिनों टैक्स सेविंग्स के लिए ईएलएसएस फंडों का क्रेज खासतौर से युवाओं में बढ़ा था. ईएलएसएस फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) पिछले 3 साल में लगातार बढ़ रहा है. ईएलएसएस का एयूएम दिसंबर 2019 में 99,817 करोड़ रुपये रहा था जो उससे पिछले साल 88,512 करोड़ रुपये और दिसंबर 2017 में 80,891 करोड़ रुपये था.

नए टैक्स सिस्टम में क्या है

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सोर्स: तारेश भाटिया, CFP

5 साल में टॉप रिटर्न देने वाले फंड

मोतीलाल ओसवाल लांग टर्म इक्विटी फंड

5 साल का रिटर्न: 14.71 फीसदी

5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 2 लाख रुपये

5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 8.52 लाख रुपये

Axis लांग टर्म इक्विटी फंड

5 साल का रिटर्न: 11.68 फीसदी

5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.74 लाख रुपये

5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 8.51 लाख रुपये

Tata इंडिया टैक्स सेविंग्स फंड

5 साल का रिटर्न: 11.67 फीसदी

5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.74 लाख रुपये

5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 8.11 लाख रुपये

Invesco इंडिया टैक्स प्लान

5 साल का रिटर्न: 10.92 फीसदी

5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.68 लाख रुपये

5 साल में 10 हजार मंथली एसआईपी की वैल्यू: 8.09 लाख रुपये

सोर्स: वैल्यू रिसर्च

Income Tax Mutual Fund