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डेट स्कीम में मजबूत निवेश और बाजार नियामक सेबी द्वारा कई रेगुलेटरी उपायों से म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है.
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Mutual Fund AUM: डेट स्कीम में मजबूत निवेश और बाजार नियामक सेबी द्वारा कई रेगुलेटरी उपायों से म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है. इसके चलते साल 2019 में म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में 3.15 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) दिसंबर अंत में 13 फीसदी (3.15 लाख करोड़ रुपये) बढ़कर 26.77 लाख करोड़ रुपये हो गया. साल 2018 के अंत में यह आंकड़ा 23.62 लाख करोड़ रुपये था.
सालाना आधार पर एयूएम 7.5% बढ़ा
म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में बढ़ोत्तरी 2018 के मुकाबले 7.5 फीसदी अधिक रही. हालांकि, 2017 में एयूएम में 32 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई थी. इस दौरान, उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां 5.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक थीं.
एयूएम में लगातार 7वें साल बढ़ोत्तरी
म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों में लगातार 7वें साल बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. उद्योग की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां नवंबर 2009 में 8.22 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर नवंबर 2019 में 27 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं. पिछले 10 सालों में इसमें तीन गुना से ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है.
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड टॉप पर
परिसंपत्तियों के आकार के आधार पर, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड शीर्ष स्थान पर है. उसके प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति 3,82,517 करोड़ रुपये रहीं. इसके बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएफ (3,61,506 करोड़ रुपये) और एसबीआई एमएफ (3,52,632 करोड़ रुपये) का स्थान है.
10 साल में 3 गुना से अधिक उछाल
क्वांटम म्यूचुअल फंड के सीईओ जिमी पटेल का कहना है कि जब SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) इनफ्लो लगभग 8,000 करोड़ रुपये से अधिक के साथ प्रभावशाली था, ओवरआल इक्विटी एक्साइटमेंट मिसिंग था. इसका सकारात्मक पक्ष यह है कि निवेशकों ने इक्विटी निवेश में अपना पूरा विश्वास नहीं खोया है, बल्कि एसआईपी के जरिए निवेश पर भरोसा किया है. इंडस्ट्री का एयूएम नवंबर 2009 में 8.22 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर नवंबर 2019 में 27 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो 10 साल में तीन गुना से अधिक का उछाल है.