/financial-express-hindi/media/post_banners/QGacCwVwqJ2zL0BNNJmR.jpg)
म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिये निवेश तेजी से बढ़ रहा है.
बैंकों के एफडी और छोटी बचत योजनाओं के घटते ब्याज की वजह से म्यूचुअल फंड की ओर से निवेशकों का रुझान बढ़ता जा रहा है. म्यूचुअल फंड में निवेश को फिनटेक कंपनियों के म्यूचअल फंड प्लेटफॉर्म से भी रफ्तार मिल रही है. म्यूचुअल फंड के सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिये निवेश करने वालों के तादाद भी बढ़ रह और इसमें निवेश भी बढ़ रहा है. सितंबर महीने में म्यूचुअल फंड के सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में पहली बार 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नेट इनवेस्मेंट हुआ है. इस महीने के दौरान रिकॉर्ड 26.8 लाख नए SIP खाते खुले हैं.
एसआईपी निवेश 10 हजार करोड़ रुपये के पार
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में SIP के जरिये 10,351.3 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ. इसके मुकाबले मार्च 2020 में SIP में 8,641 करोड़ रुपये का निवेश आया था, उसी महीने कोरोना महामारी से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था. तब से अब तक इस मामले में करीब 20 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के सीईओ एनएस वेंकटेश के मुताबिर्क एसआईपी में 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश बहुत बड़ी बात है. इससे लगता है कि म्यूचुअल फंड में निवेशकों का विश्वास बना हुआ है.
इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड स्कीम्स में 8,677.4 करोड़ रुपये का निवेश
AMFI की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड स्कीम्स में 8,677.4 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अगस्त के दौरान इस श्रेणी के फंड्स में 8,666.7 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था. हालांकि यदि पूरी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री (डेट समेत) को मिलाएं तो सितंबर में इनसे 47,257.4 करोड़ रुपये निकाले भी गए. सितंबर में स्मॉल-कैप को छोड़कर इक्विटी कैटेगरी के अन्य सभी फंड्स में शुद्ध निवेश हुआ. स्मॉल-कैप फंड्स से लगातार दूसरे माह निकासी हुई, जबकि सिर्फ एक महीने की निकासी के बाद लार्ज-कैप और मल्टी-कैप फंड्स में शुद्ध निवेश हुआ है.मिड-कैप फंड्स में 5वें माह शुद्ध निवेश हुआ.
शेयर बाजार की तेज चाल से इक्विटी फंड्स की ओर रुझान
म्यूचु्अल फंड्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक शेयर बाजार में उछाल म्यूचुअल फंड निवेशकों को इक्विटी फंड की ओर आकर्षित कर रहा है. सितंबर में सेंसेक्स पहली बार 60,000 ऊपर पहुंच गया. भारत दुनिया के सबसे तेज रफ्तार शेयर बाजार में शामिल रहा. गोल्ड और रियल एस्टेट जैसे एसेट की वजह से भी म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ रहा है.मार्च 2020 से सेंसेक्स ने दोगुनी से ज्यादा उछाल भरी है .