scorecardresearch

Videocon Resolution Plan: अनिल अग्रवाल की कंपनी करेगी वीडियोकॉन का अधिग्रहण, NCLT ने दी 3000 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी

NCLT Order: वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के लिए वेदांता समूह की कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज 90 दिन में 500 करोड़ रुपये देगी, बाकी रकम बाद में NCD के रूप में दी जाएगी.

NCLT Order: वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के लिए वेदांता समूह की कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज 90 दिन में 500 करोड़ रुपये देगी, बाकी रकम बाद में NCD के रूप में दी जाएगी.

author-image
PTI
New Update
NCLT approves Anil Agarwals Twin Star Technologies Rs 3 thousand crore bid for Videocon Industries

वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज पर बैंकों का 31 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें ब्याज राशि भी शामिल है.

Videocon Resolution Plan: बैंकरप्सी कोर्ट नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) वीडियोकॉन के लिए रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है. एनसीएलटी ने अरबपति अनिल अग्रवाल की Twin Star Technologies को वीडियोकॉन को 3 हजार करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने की मंजूरी दी ही. ट्विन स्टार वेदांता ग्रुप की एक इकाई है और यह 90 दिनों के भीतर 500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करेगी और शेष राशि को का भुगतान कुछ समय के भीतर नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स के रूप में करेगी. वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने इस रिजॉल्यूशन प्लान को लेकर रेगुलेटरी फाइलिंग में भी जानकारी दी है. वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने सूचित किया है कि रिजॉल्यूशन प्लान के तहत कंपनी के इक्विटी शेयर्स को डीलिस्ट करने का प्रस्ताव रखा गया है. हालांकि एनसीएलटी की दो सदस्यीय मुंबई पीठ ने मौखिक रूप से यह फैसला सुनाया है और फैसले की विस्तृत प्रति अब तक नहीं आई है.

Covid-19 Vaccine: केंद्र सरकार ने वैक्सीन की 44 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया, दिसंबर तक पूरी होगी सप्लाई

रव्वा ऑयल फील्ड में वेदांता की सबसे अधिक हो जाएगी हिस्सेदारी

Advertisment

इस मंजूरी के चलते वेदांता की रव्वा ऑयल फील्ड में होल्डिंग कंसॉलिडेट हो जाएगी. वीडियोकॉन की केजी बेसिन के रव्वा ऑयल फील्ड में करीब 25 फीसदी हिस्सेदारी है जिसके चलते वेदांता ने इसके लिए बिड लगाने में दिलचस्पी दिखाई. केयर्न के जरिए वेदांता की रवा में 22.5 फीसदी हिस्सेदारी है और अब रिजॉल्यूशन प्रक्रिया में उसका ऑफर चुने जाने के बाद वेदांता की इस फील्ड में हिस्सेदारी बढ़कर 47.5 फीसदी हो जाएगी. इसके बाद वेदांता की रव्वा फील्ड में सबसे अधिक हिस्सेदारी हो जाएगी. अभी ओएजीसी की इसमें 40 फीसदी हिस्सेदारी है. रव्वा ब्लॉक से वित्त वर्ष 2020 में हर दिन औसतन 14,232 बैरल तेल निकाला जाता था जो वित्त वर्ष 2021 में बढ़कर 22,037 बैरल प्रतिदिन हो गया.

Investor Alert ! इस कंपनी के शेयर में भूल कर भी न लगाएं पैसा, हो सकता है भारी घाटा

धूत फैमिली के ऑफर को क्रेडिटर्स ने कर दिया था मना

वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज पर बैंकों का 31 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें ब्याज राशि भी शामिल है. इससे पहले धूत परिवार ने लेंडर्स को आउटस्टैंडिंग लोन्स को सेटल करने के लिए 30 हजार करोड़ रुपये चुकाने का ऑफर दिया था ताकि वीडियोकॉन ग्रुप की 13 कंपनियों के खिलाफ इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया न चले. हालांकि वेदांता ने अपनी एक सब्सिडियरी कंपनी के जरिए रिजॉल्यूशन प्लान प्लेस्ड किया था और इस ऑफर को क्रेडिटर्स ने चुना. धूत का सेटलमेंट ऑफर वीडियोकॉन ग्रुप की 15 कंपनियों में से 13 के लिए था जो संयुक्त रूप से कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रॉसेस (सीआईआरपी) की प्रक्रिया से गुजर रही हैं . इस ऑफर के तहत दो ग्रुप कंपनियां केएआईएल और ट्रेंड नहीं शामिल थीं.