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टेक स्टार्टअप्स के आईपीओ का पड़ा सूखा, रैली के बाद 2023 में नहीं लिस्‍ट हुई एक भी कंपनी, क्‍या निवेशकों को भी मिल चुका है सबक

New Age Tech Startups: पिछले दिनों न्‍यू एज कंपनियों ने एक के बाद एक बाजार में लिस्टिंग कराई, लेकिन उनमें ज्‍यादातर के शेयरों ने निवेशकों का पैसा डुबो दिया.

New Age Tech Startups: पिछले दिनों न्‍यू एज कंपनियों ने एक के बाद एक बाजार में लिस्टिंग कराई, लेकिन उनमें ज्‍यादातर के शेयरों ने निवेशकों का पैसा डुबो दिया.

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Sushil Tripathi
New Update
IPO Market

New Age Tech:न्‍यू एज टेक स्‍टार्टअप्‍स कंपनियों को लेकर अब निवेशक भी पहले से ज्‍यादा अलर्ट हैं.

New Age Tech Startups IPO: घरेलू शेयर बाजार उतार चढ़ाव के बीच अपने रिकॉर्ड हाई के आस पास बना हुआ है. इस हफ्ते सेंसेक्स ने 2 बार आलटाइम हाई बनाया, जबकि निफ्टी अपने आलटाइम हाई 18888 से महज 7 अंक दूर रह गया. वैसे बाजार में यह रैली 1 या 2 हफ्ते की नहीं है. बीते 1 साल की बात करें तो यह रैली 2 फेज में रही है. एक जून 2022 से दिसंबर 2022 तक और फिर मार्च 2023 से अबतक जारी है. इन दोनों फेज में देखें तो न्यू एज टेक स्टार्टअप्स कंपनियां रैली के बाद भी शेयर बाजार में लिस्ट होने से घबरा रही हैं. इस साल यानी 2023 में तो एक भी न्यू एज टेक स्टार्टअप्स अपना आईपीओ लेकर नहीं आई हैं. तो क्या यह पिछले दिनों लिस्ट हुई न्यू एज कंपनियों के शेयरों का बुरा हाल देखकर है या और भी वजह हैं.

ट्रेंडलाइन की रिपोर्ट के अनुसार टेक्नोलॉजी स्टार्टटप्स अपना आईपीओ लगातार टाल रही हैं या साइज में कटौती कर रही हैं या फिर आईपीओ लाने का प्लान ही ड्रॉप कर रही हैं. उदाहरण के तौर पर ट्रैवल कंपनी Ixigo का DRHP मार्च 2023 में एक्सपायर हो चुका है, लेकिन कंपनी का इसे फिर से सेबी के पास जमा करने का कोई इरादा नहीं दिख रहा है. इसी तरह से OYO ने अपना इश्यू साइज घटाकर आधा कर दिया है. वहीं बायजू के आईपीओ में भी लगातार देरी हो रही है.

क्या पिछली कंपनियों का हाल देखकर डरे

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ट्रेंडलाइन के अनुसार टेक स्टार्टअप्स के आईपीओ में देरी या टलने की एक वजह यह भी है कि पिछले दिनों इस तरह नामी गिरामी कंपनियों ने स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग कराई, लेकिन उनका हाल बुरा रहा है. वहीं ब्याज दरों में बढ़ोतरी के चलते भी इन कंपनियों का उत्साह ठंडा पड़ा है.

पिछली कंपनियों का क्या है हाल

कंपनीइश्यू प्राइस (Rs) इश्यू प्राइस से नीचे (%)
Nykaa 1085-1125 -86%
Paytm 2080-2150 -59%
Policybazaar 940-980 -33%
EaseMyTrip 186-187 -77%
Delhivery462-487 -20%
Fino Payment560-577 -57%
Zomato72-76 -2%
Cartrade Tech1585-1618-70%
Nazara Tech1100-11018 -36%
(source: stock performance, IPO price)

कम हो रहे हैं फंडिंग के सोर्स

रिपोर्ट के अनुसार स्टार्टअप्स बहुत ज्यादा वैल्युएशन पर फंडेड थे, क्योंकि नए ट्रेंड और पॉपुलर होने की वजह से निवेशक इसमें पैसे लगाना ही चाहते थे. इसमें चूक यह भी कि उन्होंने इनके बिजनेस मॉडल और वैल्युएशन पर ध्यान नहीं दिया. उस दौर में ब्याज दरें भी लो लेवल र थीं. बाजार बुल रन पर सवार था. ऐसे में न्यू एज कंपनियां बाजार में जब लिस्‍ट होने आईं तो उनका वैल्‍युएशन बहुत ज्‍यादा था. अब फंडिंग के सोर्स कम हो रहे हैं और हाल की तिमाहियों में भारतीय स्टार्टअप्स के लिए वेंचर कैपिटल में बहुत ज्‍यादा गिरावट आई है. हाल ही में ब्याज दरों में बढ़ोतरी आंशिक रूप से इसके लिए जिम्मेदार है.

मुनाफा अभी भी स्‍टार्टअप्‍स के लिए चिंता

अभी भी ज्‍यादातर स्‍टार्टअप्‍स मुनाफे में नहीं हैं. ऐसे में फ्यूचर ग्रोथ को लेकर सवाल हैं. किसी स्‍टार्टअप्‍स का फ्यूचर ग्रोथ उसके मार्केट साइज पर भी तय करता है. लेकिन इस सेक्‍टर में लगातार निवेश के बाद भी अभी हालत बहुत ठीक नहीं है. एक और बात अभी ऑनलाइन स्‍पेंडिंग के लिए भी यूजर बेस उतना बड़ा नहीं है, जितना होना चाहिए. ई-कॉमर्स्‍ मार्केट की ग्रोथ भी वित्‍त वर्ष 2023 में मॉडरेट हुई है. रिपोर्ट के अनुसार वित्‍त वर्ष 2024 में भी PB Fintech, Zomato और Paytm जैसी कंपनियां मुनाफै में आ पाएं, इसे लेकर आशंका है.

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