New Update
/financial-express-hindi/media/post_banners/QIezaF9jsP8d9ViLwTep.jpg)
According to reports, the company sold 100 million shares at 109.88 yuan apiece. (File)
DreamFolks Services IPO: एयरपोर्ट पर फूड, स्पा और लाउंज जैसी सेवाओं का एक्सेस आसानी से मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी DreamFolks Services आईपीओ ला रही है. अगले हफ्ते 24 अगस्त को इसका आईपीओ आम निवेशकों के लिए खुलेगा. बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास दाखिल रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक यह आईपीओ तीन दिनों तक खुला रहेगा यानी कि निवेशक इसमें 26 अगस्त तक पैसे लगा सकेंगे. इस आईपीओ के तहत कोई भी नया शेयर नहीं जारी होगा और कंपनी के प्रमोटर्स ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत 1.72 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेंगे.
DreamFolks Services IPO के बारे में डिटेल्स
Advertisment
- यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 24-26 अगस्त के बीच खुला रहेगा. एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू एक दिन पहले 23 अगस्त को खुलेगा.
- इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है और कंपनी के प्रमोटर्स लिबेरथा पीटर कलाट, दिनेश नागपाल और मुकेश यादव ओएफएस विंडो के तहत 1.72 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेंगे. यह इश्यू के बाद कंपनी के पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल का 33 फीसदी होगा.
- इश्यू के लिए इक्विरस कैपिटल और मोतीलाल ओसवाल इंवेस्टमेंट एडवाइजर्स बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- DreamFolks अपने तकनीकी प्लेटफॉर्म के जरिए एयरपोर्ट पर यात्रियों का अनुभव बेहतर करती है.
- कंपनी का एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल भारत में काम करने वाले ग्लोबल कार्ड नेटवर्क और क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड जारी करने वाली कंपनियों को विभिन्न एयरपोर्ट लाउंज ऑपरेटर्स व एयरपोर्ट से जुड़ी अन्य सेवाएं मुहैया कराने वालों के साथ एक समान टेक प्लेटफॉर्म पर लाकर जोड़ती हैं. इससे यात्रियों को एयरपोर्ट से जुड़ी सेवाएं जैसे कि लाउंज, फूड व बेवरेज, स्पा, मीट एंड असिस्ट एयरपोर्ट ट्रांसफर, ट्रांजिस्ट होटल्स या आराम करने वाले कमरे और बैगेज ट्रांसफर सर्विसेज का एक्सेस आसानी से मिलता है.
- इसका रेवेन्यू वित्त वर्ष 2016-2017 से वित्त वर्ष 2019-20 के बीच 55 फीसदी के सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ा. वित्त वर्ष 2017 में इसे 98.7 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था जबकि वित्त वर्ष 2020 में कंपनी को 367.04 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था.
(इनपुट: पीटीआई)