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Stock Market Rally : शेयर मार्केट इस साल निवेशकों पर बरसाएगा पैसा, निफ्टी 20 हजार और सेंसेक्स 60,600 का लेवल छू सकता है

इस कैलेंडर साल में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी 25 फीसदी बढ़ चुके हैं. निफ्टी फिलहाल ऑल टाइम हाई पर है और जल्द ही पहली बार 18 हजार के लेवल को टच कर सकता है. वहीं सेंसेक्स 60 हजार के आंकड़े को छूने के करीब है.

इस कैलेंडर साल में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी 25 फीसदी बढ़ चुके हैं. निफ्टी फिलहाल ऑल टाइम हाई पर है और जल्द ही पहली बार 18 हजार के लेवल को टच कर सकता है. वहीं सेंसेक्स 60 हजार के आंकड़े को छूने के करीब है.

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FE Online
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Stock Market Rally : शेयर मार्केट इस साल निवेशकों पर बरसाएगा पैसा, निफ्टी 20 हजार और सेंसेक्स 60,600 का लेवल छू सकता है

शेयर बाजार को इकोनॉमी के रिवाइवल की रफ्तार बढ़ने से बड़ी ताकत मिली है.

एनएसई का Nifty-50 और बीएसई का सेंसेक्स अगले एक साल में नई ऊंचाई को छू सकता है. ICICI Direct का कहना है कि अगले एक साल में Nifty-50 20,000 और सेंसेक्स 66,600 का लेवल छू सकता है. इस ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि सरकार की ग्रोथ समर्थक नीतियां और कॉरपोरेट सेक्टर की बढ़ती कमाई शेयर मार्केट को नई रफ्तार दे सकती हैं. इस कैलेंडर साल में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी 25 फीसदी बढ़ चुके हैं. निफ्टी फिलहाल ऑल टाइम हाई पर है और जल्द ही पहली बार 18 हजार के लेवल को टच कर सकता है. वहीं सेंसेक्स 60 हजार के आंकड़े को छूने के करीब है

इस साल मार्केट नई ऊंचाई पर पहुंचेगा : ICICI Direct

आईसीआईसीआई डायरेक्ट का कहना है कि निवेशकों ने हाल के दिनों में देखा कि सिर्फ शेयर मार्केट का रिटर्न ही महंगाई को मात दे सकता है. दूसरे, डिजिटाइजेशन की तेज रफ्तार ने कंपनियों और अर्थव्यवस्था की वर्किंग क्वालिटी की बढ़ाया है. इससे कंपनियों और जीडीपी में ग्रोथ दिख रही है. न्यू टेक्नोलॉजी के विस्तार से इक्विटी तक निवेशकों की पहुंच बढ़ती जा रही है. ज्यादा से ज्यादा रिटेल निवेशक अब शेयर मार्केट की रैली में भागीदार बन रहे हैं. कई वजहें हैं जिनसे मार्केट को काफी रफ्तार मिल सकती है.

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इस तरह मिलेगी शेयर मार्केट को रफ्तार

1. सरकार की ग्रोथ समर्थक नीतियों से फायदा- सरकार की ग्रोथ समर्थक नीतियों का कंपनियों को काफी फायदा हो सकता है. मिसाल के तौर पर सरकार ने अलग-अलग उद्योगों के लिए PLI स्कीम लॉन्च की है. यह मैन्यूफैक्चरिंग और रोजगार को नई तेजी दे सकती है. टेलीकॉम सेक्टर की दी गई राहत जैसे कदम इकोनॉमी में नई सांस भर सकते हैं.

2. एसेट मॉनेटाइजेशन - नेशनल एसेट मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन और मजबूत टैक्स कलेक्शन से सरकार की वित्तीय स्थिति अच्छी होगी. एसेट मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन से 6 लाख करोड़ रुपये आएंगे. इसके साथ ही सरकार का जीएसटी कलेक्शन अच्छा रहा है और यह अब हर महीने एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर रहा है. इससे सरकार को कैपैक्स बढ़ाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने में सहूलियत होगी. इसका अर्थव्यवस्था पर काफी अच्छा असर होगा.

3. कोरोना टीकाकरण - देश में कोरोना वैक्सीनेशन की गति ने तेजी पकड़ी है और अब तक 69 फीसदी लोगों को टीके की एक डोज मिल चुकी है. इस साल के अंत तक 200 करोड़ डोज लग जाएंगे. टीकाकरण की तेज रफ्तार मार्केट में मजबूती पैदा करेगी.

4. रियल एस्टेट का रिवाइवल - रियल एस्टेट में रिवाइवल दिख रहा है. सितंबर 2021 में मुंबई में रिकार्ड रजिस्ट्रेशन हुए हैं. रेजिडेंशियल हाउस प्राइसिंग में इजाफा दिखा है. कई राज्यों में भी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं. इस सेक्टर का पटरी पर लौटना स्टॉक मार्केट को मजबूती दे सकता है.

6. स्टार्ट-अप भी स्टॉक मार्केट में- जोमैटो की शानदार लिस्टिंग के बाद कई यूनिकॉर्न के आईपीओ लाइन में हैं. इनकी अच्छी लिस्टिंग शेयर मार्केट और निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होगी.

8. कॉरपोरेट कंपनियों की कमाई बढ़ी - कॉरपोरेट कंपनियों की कमाई में इजाफा हो रहा है. वित्त वर्ष 2019-21 के बीच कॉरपोरेट कंपनियों की आय में ठहराव आ गया था. निफ्टी की कमाई सिर्फ 5 फीसदी की दर से बढ़ रही थी. लेकिन फिलहाल कॉरपोरेट कंपनियों की कमाई दहाई अंक के मुहाने पर है. यह शेयर मार्केट को नई ऊंचाई पर ले जाएगा.

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