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Nifty-50 में हो सकता है 10 फीसदी करेक्शन,15000 तक गिरेगा इंडेक्स-लार्ज और डिफेंसिव शेयरों का रुख करें निवेशक

मिड और स्मॉल कैप की तुलना में निफ्टी का वैल्यूएशन प्रीमियम क्रमश: 9 और 3 फीसदी तक घट गया है. यह ट्रेंड बदलेगा. निवेशकों को अब अल्पावधि में लार्ज कैप शेयरों की ओर रुख करना चाहिए.

मिड और स्मॉल कैप की तुलना में निफ्टी का वैल्यूएशन प्रीमियम क्रमश: 9 और 3 फीसदी तक घट गया है. यह ट्रेंड बदलेगा. निवेशकों को अब अल्पावधि में लार्ज कैप शेयरों की ओर रुख करना चाहिए.

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Nifty-50 में हो सकता है 10 फीसदी करेक्शन,15000 तक गिरेगा इंडेक्स-लार्ज और डिफेंसिव शेयरों का रुख करें निवेशक

निफ्टी में बड़ी गिरावट की आशंका

पिछले दो सेशन में Nifty-50 में भारी गिरावट आई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि निफ्टी में और करेक्शन हो सकता है और यह गिर कर 15000 पर पहुंच सकता है. बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों का मानना है कि पिछले 73 सप्ताह के दौरान 118 फीसदी की रैली के बाद घरेलू शेयरों में तेजी की संभावना सीमित हो गई है. JM Financial के डायरेक्टर और रिसर्च हेड राहुल शर्मा का कहना है कि निफ्टी में नौ फीसदी का करेक्शन हो सकता है और इसका टारगेट 15 हजार हो सकता है. निफ्टी अगले दो-तीन सप्ताह में करेक्ट हो कर 15900 प्वाइंट पर आ सकता है.

आईपीओ की ओर से निवेशकों के नरम रुख से बाजार ठंडा

बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की चर्चा, बॉन्ड यील्ड और डॉलर में मजबूती और हाल में आए आईपीओ को मार्केट में मिल रहा धीमा रेस्पॉन्स बाजार में गिरावट की वजह हो सकता है. मार्केट में अभी जो तेजी दिख रही है वो रिटेल निवेशकों की वजह से है. मार्च के महीने से रिटेल निवेशकों ने मार्केट के डेली वॉल्यूम में 64 फीसदी तक भागीदारी की है. लेकिन आईपीओ को मिले कमजोर रेस्पॉन्स से यह हिस्सेदारी कम हो सकती है. अगस्त में लिस्ट हुआ कोई भी आईपीओ 37 फीसदी से आगे नहीं बढ़ पाया है.

लार्ज और डिफेंसिव शेयरों की ओर रुख करें निवेशक

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रिपोर्ट में कहा गया है कि 75 सप्ताह की बुल और बियर रैली में औसतन 106 फीसदी का रिटर्न मिलता है.अमूमन ऐसी रैली के बाद मार्केट में चार महीने में 30 फीसदी तक का करेक्शन आता है. मौजूदा रैली ने निवेशकों को 73 सप्ताह में 118 फीसदी का रिटर्न दिया है. मार्केट की इस स्थिति में विश्लेषकों ने निवेशकों को लार्ज और डिफेंसिव शेयरों की ओर रुख करने को कहा है.

बैंक ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटल शेयरों में संभावना अब लगभग खत्म हो गई है. इसलिए इस ओर निवेशकों को अपना रुख धीमा करना होगा. मिड और स्मॉल कैप की तुलना में निफ्टी का वैल्यूएशन प्रीमियम क्रमश: 9 और 3 फीसदी तक घट गया है. यह ट्रेंड बदलेगा. निवेशकों को अब अल्पावधि में लार्ज कैप शेयरों की ओर रुख करना चाहिए. JM Financial के डायरेक्टर और रिसर्च हेड राहुल शर्मा का कहना है कि निफ्टी में अगले दो-तीन सप्ताह में करेक्शन 15,900 तक पहुंच सकता है. ऊंचे स्तर पर कम भागीदारी की वजह से निफ्टी का वॉल्यूम हर महीने गिर रहा है. इससे करेक्शन के संकेत मिल रहे हैं.

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करेक्शन के बाद आ सकता है 18 हजार का लेवल

राहुल शर्मा का कहना है कि निफ्टी के ऊपरी स्तर से आठ से दस फीसदी तक के करेक्शन के बाद 15,900/15,500/ 15,000 के लेवल पर इसे सपोर्ट मिल सकता है. हालांकि नवंबर तक यह 17,500 से 18000 तक पहुंच सकता है.

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