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Nifty Bounce Back: घरेलू शेयर बाजार की बात करें तो अप्रैल महीने में इंडेक्स ने बाउंसबैक किया है.
Nifty Outlook/ Stock Strategy: घरेलू शेयर बाजार की बात करें तो अप्रैल महीने में इंडेक्स ने बाउंसबैक किया है. निफ्टी अप्रैल में 18000 के लेवल के पार बंद होने में कामयाब रहा है. इसमें मंथली बेसिस पर 4.1 फीसदी तेजी देखने को मिली. जबकि इसके पहले लगातार 4 महीने इंडेक्स पर दबाव देखने को मिला था. CY23YTD की बात करें तो घरेलू शेयर बाजार इमर्जिंग मार्केट और दूसरे ग्लोबल मार्केट की तुलना में अंडरपरफॉफर्मिंग रहा है. जहां प्रमुख ग्लोबल इंडेक्स ने साल 2023 में अबतक 5 से 20 फीसदी ग्रोथ दिखाई है, वहीं सेंसेक्स और निफ्टी तकरीबन फ्लैट रहे हैं. ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि अप्रैल में बाउंसबैक करने के बाद बाजार में अपसाइड मोमेंटम जारी रहने का अनुमान है.
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार निफ्टी में आगे भी अपसाइड मूवमेंट जारी रहेगा और यह मई में ही 18300-18500 की ओर मूव कर सकता है. ऐसे में अगर बाजार में गिरावट आए तो क्वालिटी बॉइंग करने की सलाह है; हर गिरावट पर खरीदारी करना बेहतर स्ट्रैटेजी है. निफ्टी को फिलहाल 17200 के लेवल पर मजबूत सपोर्ट है. ब्रोकरेज का कहना है कि निवेशकों को मिडकैप शेयरों पर फोकस करना चाहिए. चौथी तिमाही के लिए अर्निंग सीजन की बात करें तो मिडकैप का प्रदर्शन बेहतर रहा है. अप्रैल में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में मंथली बेसिस पर 5.9 फीसदी तेजी रही है तो स्मालकैप इंडेक्स में 7.5 फीसदी बढ़त रही है.
बाजार के लिए क्या हैं प्रमुख थीम
• मजबूत प्राइस स्ट्रक्चर: मार्च के लो से अप्रैल के दौरान निफ्टी में अच्छी खासी रैली आई है और यह 5 महीने में सबसे ज्यादा रहा है. फिलहाल 4 महीने के फालिंग चैनल से एक ब्रेकआउट देखने को मिला है. प्राइस स्ट्रक्चर मजबूत है.
• बढ़ रही है सेक्टोरल भागीदारी: मौजूदा रैली में सबसे खास बात यह है कि BFSI और कैपिटल गुड्स जैसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले सेक्टर के अलावा फार्मा, केमिकल, रियल्टी जैसे सेक्टर ने भी हिस्सा लिया, जिनमें पिछले 18 महीनों में खासा दबाव दिखा था. सेक्टोरल भागीदारी के आगे भी जारी रहने का अनुमान है.
• मिडकैप कर सकते हैं आउटपरफॉर्म: निफ्टी मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स ने 4 महीने के गिरते चैनल से ब्रेकआउट दर्ज किया, जो मिडकैप में रिवाइवल का संकेत देता है. उम्मीद है कि आने वाले महीने में मिडकैप/स्मॉल कैप सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ देखने को मिलेगी.
• सीजनैलिटी: मई मंथ की हिस्ट्री देखें तो पिछले दो दशकों में 50% समय यानी करीब आधे कारोबारी दिन यह महीना वोलेटाइल रहता है. हालांकि, मई में निवेश करने से कैलेंडर ईयर के अंत तक 83% बार औसत डबल डिजिट रिटर्न मिला है. इसलिए, निवेशकों को क्वालिटी पोर्टफोलियो बनाने के लिए मई में किसी भी अस्थिरता का उपयोग अपने लाभ के लिए करना चाहिए.
• बेहतर हो रहे हैं की इंडीकेटर्स: शेयरों का फीसदी >200 डीएमए पिछले महीने के 38% की तुलना में बढ़कर 58% हो गया है. ऐतिहासिक रूप से, 35-40% जोन से टर्नअराउंड के कारण बाद की तिमाही में न्यूनतम 9% रैली हुई है. लेकिन हम अब तक इसके मिड में हैं.
• क्या हैं प्रमुख जोखिम: वैश्विक घटनाओं से बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति पैदा हो सकती है. डॉलर इंडेक्स 100 के लेवल के नीचे आ गया है. ब्रेंट की कीमतों में गिरावट जारी है, जो हमारे बाजारों के लिए महत्वपूर्ण टेलविंड के रूप में कार्य करेगा.
निवेश के लिए टॉप सेक्टर और स्टॉक
BFSI: HDFC Bank, इंडसइंड बैंक, SBI, फेडरल बैंक, M&M फाइनेंस
PSU: BEL, मझगांव डॉक, PFC, NHPC, कोल इंडिया, इंजीनियर्स इंडिया, ONGC, IGL
Capital goods: L&T, ABB, AIA इंजीनियरिंग, Voltamp, Carborandum Universal, KEC
Auto: Maruti Suzuki, Tata Motors, आयशर मोटर्स, Bosch, Mahindra CIE, अपोलो टायर्स, UnoMinda
Telecom & IT: RIL, TCS, परसिस्टेंस, न्यूजेन साफ्टवेयर
Consumption & Retail: ITC, एशियन पेंट्स, Titan, Tata Consumer, Astral
Infra, Metals: अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंडाल्को, Tata Steel, जेके लक्ष्मी सीमेंट, DLF, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, HG Infra, HEG