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देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इनकी संख्या 600 के पार पहुंच गई है. देशभर में 21 दिन के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. लोगों से घर में रहने की अपील की गई है. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकारें लोगों को राहत देने के लिए कदम उठा रही हैं. लॉकडाउन को देखते हुए ओला ने अपने ड्राइवर-पार्टनर्स को बड़ी राहत देते हुए उनके लीज रेंटल्स में पूरी छूट दे दी है. कंपनी ने ऐसा उन्हें आर्थिक तौर पर हो रही परेशानियों को कम करने के लिए किया है.
ड्राइवर पार्टनर्स की आर्थिक परेशानी होगी कम
इस पर ओला के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अपने लीजिंग प्रोग्राम के तहत ओला की सब्सिडियरी ओला फ्लीट टेक्नोलॉजीज के स्वामित्व वाले वाहनों को चला रहे ड्राइवर पार्टनर्स को लीज रेंटल्स में पूरी तरह से छूट दे रही है. उन्होंने बताया कि वे इसे ईएमआई में बदलवा सकते हैं. उनके मुताबिक कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए अस्थायी रूप से चल रहे लॉकडाउन की वजह से तनाव में चल रहे ड्राइवर पार्टनर्स को मुश्किल की इस घड़ी में आर्थिक बोझ कम करने का फायदा मिलेगा.
उन्होंने बताया कि ड्राइवरों और उनके जीवनसाथी के लिए कोविड-19 के फैलने के कारण आय में हो रहे नुकसान के लिए बीमा सुरक्षा जारी रहेगी. इसके अलावा कंपनी दूसरे चिकित्सा सहयोग को भी देशभर में सभी ड्राइवर पार्टनर्स को मुहैया कराना जारी रखेगी.
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ड्राइवरों के लिए दीर्घकालिक लीज का भी विकल्प
इसके साथ कंपनी ने अपने लीजिंग प्रोग्राम के तहत ड्राइवरों को कार के लिए दीर्घकालिक लीज का विकल्प दिया है. इसके लिए उन्हें डिपॉजिट के अलावा 700 से 1,150 रुपये के बीच की दैनिक किराया राशि देनी होगी. यह रकम शहर और लीज पर ली जाने वाली कार पर निर्भर करेगी. ओला फ्लीट टेक्नोलॉजीज ने लीजिंग के समय वाहन के प्रकार के आधार पर 4,000 रुपये नॉन-रिफंडेबल शुल्क और 21,000-31,000 रुपये रिफंडेबल सिक्योरिटी डिपॉजिट तय किया है.