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Onion Price: एक महीने में ही 14 रुपये महंगा हो गया प्याज, अगले महीने राहत की उम्मीद

Onion Price: दिल्ली में महज एक महीने में प्याज के भाव 14 रुपये प्रति किलो बढ़ गए.

Onion Price: दिल्ली में महज एक महीने में प्याज के भाव 14 रुपये प्रति किलो बढ़ गए.

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Jeevan Deep Vishawakarma
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Market committee officials at Parner said farmers feared bringing their produce to the market because of the rise in cases and, so, the auctions would remain closed till the end of the month.

Market committee officials at Parner said farmers feared bringing their produce to the market because of the rise in cases and, so, the auctions would remain closed till the end of the month.

Onion Price: प्याज लगातार आंसू निकाल रही है और अब लोगों को अगले महीने ही राहत की उम्मीद है. नासिक स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मण्डी लासलगांव एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) में आज 20 फरवरी को प्याज अधिकतम 4200 रुपये प्रति कुंतल के भाव पर बिका. बारिश के चलते प्याज की आवक प्रभावित हुई है जिससे इसके भाव चढ़े हैं. खुदरा भाव की बात करें तो डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स पर दिए गए प्राइस रिपोर्ट के मुताबिक 19 फरवरी को प्याज 50 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बिका जबकि एक महीने पहले ही 19 जनवरी को प्याज 36 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बिक रहा था. इस तरह दिल्ली के खुदरा बाजार में महज एक महीने में रसोई की सबसे जरूरी सब्जियों में शुमार प्याज के भाव 14 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए.

अगले महीने मार्च से प्याज में आएगी नरमी

मंडी में प्याज की आवक शुरु हो गई है लेकिन अभी इसकी मात्रा बहुत कम है. दिल्ली के आजादपुर मंडी पोटैटो ओनियन मर्चेंट एसोसिएशन (POMA) के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा का कहना है कि अगले महीने मार्च से इसकी आवक पर्याप्त हो जाएगी और तब इसके भाव में नरमी की उम्मीद की जा सकती है. 19 फरवरी 2021 को प्याज के खुदरा भाव दिल्ली में 50 रुपये थे जबकि एक साल पहले 19 फरवरी 2020 को 40 रुपये और इसके भी एक साल पहले 19 फरवरी 2019 में प्याज के भाव 20 रुपये प्रति किलो थे. शर्मा का कहना है कि प्याज की उपलब्धता में गिरावट के चलते यह अंतर दिख रहा है.

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बारिश के चलते बढ़ गए भाव

कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट के मुताबिक 2018-19 में प्याज का उत्पादन 2.28 करोड़ टन था जो इस साल 2019-20 मंत्रालय के दूसरे अग्रिम आकलन में 2.67 करोड़ टन है. हालांकि लासलगांव की मंडी के सेक्रेटरी नरेंद्र वाधवाने का कहना है कि इस बार जनवरी में बारिश के चलते महाराष्ट्र में फसल प्रभावित हुई है जिसके चलते इसके भाव चढ़ रहे हैं. बता दें कि देश में सबसे अधिक प्याज महाराष्ट्र में पैदा होता है. महाराष्ट्र में देश भर का करीब 28.32 फीसदी प्याज उत्पादित होता है. वाधवाने का कहना है कि इस बार प्याज का सीजन एक महीने लेट चल रहा है और ऐसे में अगले महीने राहत मिलेगी.

महाराष्ट्र में होता है 28 फीसदी प्याज

एग्रीकल्चरल एंड प्रॉसेस्ड फूड प्रॉडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक भारतीय प्याज की मांग दुनिया भऱ में है. 2019-20 में भारत से 2320.70 करोड़ रुपये मूल्य के 1149896.85 मीट्रिकटन प्याज का निर्यात हुआ था. भारत से सबसे अधिक प्याज बांग्लादेश, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका और नेपाल को निर्यात होता है. उत्पादन की बात करें तो भारत में सबसे अधिक प्याज महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और तेलंगाना में होता है जिसमें महाराष्ट्र में 28.32 फीसदी, सबसे अधिक प्याज उत्पादित होता है.