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MSMEs in India have had a tumultuous year of subdued economic activity coupled with skyrocketing trade costs.
जुलाई से अब तक 11 लाख से अधिक एमएसएमईज ने उद्यम रजिस्ट्रेशन पर रजिस्ट्रेशन किया है. यह नया ऑनलाइन सिस्टम जुलाई में लांच हुआ था. केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इसमें से 3.72 लाख एंटरप्राइजेज ने मैनुफैक्चरिंग सेक्टर के तहत रजिस्टर्ड कराया है जबकि 6.31 लाख एंटरप्राइजेज ने सर्विस सेक्टर के तहत रजिस्ट्रेशन कराया है. इसके अलावा इन एंटरप्राइजेज के जरिए 1 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला है.
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सबसे अधिक माइक्रो एंटरप्राइजेज हुए रजिस्टर्ड
जुलाई से लेकर अब तक जितने माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) ने भी रजिस्ट्रेशन कराया है, उसमें से सबसे अधिक मीडियम एंटरप्राइजेज रहे. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई से अब तक रजिस्टर्ड एमएमएमईज में 93.17 माइक्रो एंटरप्राइजेज, स्माल एंटरप्राइजेज 5.62 फीसदी और 1.21 फीसदी मीडियम एंटरप्राइजेज हैं.
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1.73 महिलाओं ने शुरू किया नया उद्यम
आंकड़ों के मुताबिक जिन एंटरप्राइजेज ने उद्यम रजिस्ट्रेशन कराया है, उसमें 7.98 लाख पुरुषों के स्वामित्व वाले हैं, जबकि 1.73 लाख महिलाओं के स्वामित्व वाले हैं. इसके अलावा 11,188 एंटरप्राइजेज दिव्यांगों के स्वामित्व वाले हैं जो रजिस्टर्ड हुए हैं. बता दें कि उद्यम रजिस्ट्रेशन पर बिना पैन या जीएसटी के अगले साल 31 मार्च तक रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.
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इन पांच सेक्टर्स में खुले अधिक कारोबार
एमएसएमई मिनिस्ट्री के मुताबिक सबसे अधिक जिन सेक्टर्स के लिए रजिस्ट्रेशन हुए, उनमें सबसे ऊपर फूड प्रॉडक्ट्स, टेक्सटाइल, अपैरल, फैब्रिकेटेड मेटल प्रॉडक्ट्स और मशीनरी एंड एक्विपमेंट. इन रजिस्टर्ड यूनिट्स के जरिए 1,01,03,512 लोगों को रोजगार मिला है. इसके अलावा सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और गुजरात से हुए.