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सहयोगी कंपनी के साथ विवाद में फंसी ओयो. आईपीओ लाने की कोशिश को लग सकता है झटका
Complaint Against OYO's IPO Application: OYO नाम से होटल रूम और रेजिंडेशल स्पेस मुहैया कराने वाली हॉस्पेटिलिटी सेक्टर की यूनिकॉर्न Oravel Stays Ltd के प्रस्तावित IPO के लिए एक मुसीबत खड़ी हो गई है. Zostel हॉस्टल और ZO Rooms चलाने वाली कंपनी Zostel ने सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से Oravel Stays Ltd के DRHP यानी आईपीओ लाने के लिए जमा किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को खारिज करने की मांग की है. ओयो होटल रूम्स का संचालन करने वाली कंपनी Oravel Stays Ltd ने 8430 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी में ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं.
Zostel ने सेबी से कहा, गुमराह कर रही है ओयो
Zostel ने सेबी को जो शिकायत पत्र भेजा है उसमें कहा गया है कि ओयो ने अपने ड्राफ्ट पेपर में कई जरूरी बातों का जिक्र नहीं किया है. उसने ओयो पर गंभीर गलतबयानी करने का आरोप भी लगाया है. जोस्टेल का आरोप है कि ड्राफ्ट पेपर में जोखिम की सही जानकारी दिए बिना ही निवेशकों को ओयो के आईपीओ में पैसा लगाने के लिए गुमराह किया गया है. Zostel का कहना है कि उसे ओयो की पैरेंट कंपनी में 7 फीसदी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. इस बारे में फैसले के लिए बनाए गए ट्रिब्यूनल ने Zostel के पक्ष में फैसला सुनाया था. लेकिन अब तक यह कदम नहीं उठाया गया है. दरअसल ओयो की संचालक कंपनी Oravel Stays Ltd ने ट्रिब्यूनल के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देकर उस पर रोक लगाने की मांग की है. लिहाजा पूरा मसला फिलहाल कानूनी लड़ाई में उलझा हुआ है.
ओयो पर Zostel ने लगाया हिस्सेदारी ट्रांसफर न करने का आरोप
Zostel ने कहा है कि 2015 में Zostel Hospitality, Zo rooms और OYO के बीच मर्जर का करार हुआ था. इसके बाद 26 नवंबर 2015 को हुए एक करार के मुताबिक Zostel Hospitality ने अपने दायित्वों का पूरा कर OYO में अपना बिजनेस ट्रांसफर कर दिया लेकिन समझौते के मुताबिक ओयो ने कंपनी की 7 फीसदी हिस्सेदारी इसे ट्रांसफर नहीं की. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक OYO चलाने वाली कंपनी Oravel Stays Ltd ने ड्राफ्ट पेपर में कहा है कि Zostel के साथ उसकी कानूनी लड़ाई चल रही है, जो कारोबार को प्रभावित कर सकती है. कंपनी ने बताया है कि उसके बिजनेस में यह एक जोखिम है. इस साल 10 अप्रैल को Oravel Stays Ltd ने आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए स्टे की मांग की थी. Oravel Stays Ltd ने कहा है कि Zostel गलत आरोप लगाकर उसकी छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रही है.
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