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लीडिंग B2B पेमेंट और सर्विस प्रोवाइडर कंपनी पेमेट इंडिया (PayMate India) अपना आईपीओ लाने जा रही है.
PayMate India IPO: लीडिंग B2B पेमेंट और सर्विस प्रोवाइडर कंपनी पेमेट इंडिया (PayMate India) अपना आईपीओ लाने जा रही है. कंपनी ने इसके लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है. कंपनी का लक्ष्य इस आईपीओ के ज़रिए 1500 करोड़ रुपये जुटाने का है. ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, इस आईपीओ के तहत 1,125 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं, कंपनी के प्रमोटरों, निवेशकों और अन्य शेयरधारकों द्वारा 375 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत की जाएगी.
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
- OFS में शेयर बेचने वालों में प्रमोटर- अजय आदिशन और विश्वनाथन सुब्रमण्यम और निवेशक- लाइटबॉक्स वेंचर्स I, मेफील्ड FVCI लिमिटेड, RSP इंडिया फंड LLC और आईपीओ वेल्थ होल्डिंग्स शामिल हैं. इसके अलावा, कुछ मौजूदा शेयरधारक भी इस आईपीओ के माध्यम से शेयरों की पेशकश कर रहे हैं.
- फिलहाल कंपनी में प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप की 66.70 फीसदी हिस्सेदारी है और बाकी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है.
- इसके अलावा, कंपनी 225 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों के प्राइवेट प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है. यदि ऐसा प्लेसमेंट पूरा हो जाता है, तो नए इश्यू का आकार कम हो जाएगा.
- आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
- कंपनी के शेयर BSE और NSE पर लिस्ट होंगे.
यहां होगा फंड का इस्तेमाल
आईपीओ के ज़रिए होने वाली आय में से 77 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नए जगहों में बिजनेस के विस्तार में निवेश के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, 228 करोड़ रुपये का उपयोग इनऑर्गेनिक इनिशिएटिव को आगे बढ़ाने के लिए करने की योजना है. 688.70 करोड़ रुपये का उपयोग मार्जिन में सुधार के लिए अपने फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन पार्टनर्स के साथ गिरवी के रूप में कैश रखने के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी फंड का इस्तेमाल होगा.
कंपनी के बारे में
PayMate 2006 में स्थापना के बाद से एक कंज्यूमर-फेसिंग से बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म के रूप में डेवलप हुआ है. यह एक मल्टी-पेमेंट कैटेगरी का प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें वेंडर पेमेंट, वैधानिक पेमेंट (Statutory Payment) और यूटिलिटी पेमेंट शामिल हैं. यह अपने ग्राहकों को "फुली इंटीग्रेटेड" B2B पेमेंट स्टैक प्रदान करता है. यह प्लेटफॉर्म कंज्यूमर्स और उनके वेंडर्स, सप्लायर्स, बायर्स, डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को डायरेक्ट टैक्स और जीएसटी के वैधानिक पेमेंट के साथ-साथ यूटिलिटी पेमेंट करने के लिए कमर्शियल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है.
PayMate के साथ Visa की पार्टनरशिप है. यह PayMate में भी एक शेयरहोल्डर है. ऑपरेशन्स से PayMate का राजस्व वित्त वर्ष 2020 में 216.14 करोड़ रुपये से 61.19 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 348.40 करोड़ रुपये हो गया. दिसंबर 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि में राजस्व 843.44 करोड़ रुपये रहा.
(इनपुट-पीटीआई)