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कंपनी ने किराना दुकानों के लिए 100 करोड़ रुपये के लॉयल्टी प्रोग्राम का एलान किया है.
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मुकेश अंबानी के किराना कॉमर्स प्लेटफॉर्म JioMart के आधिकारिक लॉन्च से पहले डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम (Paytm) ने किराना दुकान के मालिकों को आकर्षित करने के लिए एक घोषणा की है. विजय शेखर शर्मा की कंपनी ने किराना दुकानों के लिए 100 करोड़ रुपये के लॉयल्टी प्रोग्राम का एलान किया है. जो इन किराना दुकानों को ट्रांजैक्शन चार्ज की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई करने में मदद करेगा. वर्तमान में कारोबारी को अपने पेटीएम वॉलेट में आने वाले भुगतान को बैंक खाते में भेजने के लिए 1 फीसदी का मर्चेंट डिस्काउंट रेट देना होता है.
पेटीएम का मकसद 100 करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल करके इन छोटे कारोबारों को वित्तीय सेवाओं और कई मार्केटिंग टूल तक पहुंच देना है. इससे किराना दुकानों को कोरोना वायरस महामारी के दौरान पेटीएम ऑल इन वन QR के जरिए डिजिटल भुगतान को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
होगा दोगुना फायदा
पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट सौरभ शर्मा ने कहा कि इस नए लॉयल्टी प्रोग्राम का लक्ष्य देशभर के लाखों किराना दुकानों और छोटे कारोबारों में कोविड-19 के इस समय में डिजिटल परिवर्तन लाना है. शर्मा ने कहा कि उनका लक्ष्य इस बात को सुनिश्चित करना है कि डिजिटल भुगतान को लेना किराना दुकानों के लिए फायदे वाला हो. उनके मुताबिक वॉलेट में पैसा डालने के लिए बैंक उनसे एक शुल्क लेते हैं और अब वे यह एक फीसदी एमडीआर अपने दुकानदार ग्राहकों को लौटा देंगे. इससे उन्हें दोगुना फायदा होगा. एक तो उनकी लागत कम होगी, दूसरा वे कंपनी के प्लेटफॉर्म पर कई सारी वित्तीय योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे.
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रिलायंस की भी किराना दुकानदारों पर नजर
दूसरी तरफ, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फेसबुक के साथ बड़ा समझौता किया है. फेसबुक और रिलायंस इंडस्ट्रीज की नजर भारत के छोटे व्यापारियों पर है. कंपनी ने भी अपने ई-कॉमर्स रिटेल प्लेटफॉर्म JioMart को नवी मुंबई, कल्याण और ठाणे में चुनिंदा क्षेत्रों में शुरू किया है. यह प्लेटफॉर्म वर्तमान में पड़ोसी दुकानों से जरूरी सामानों की डिलीवरी कर रहा है और उसका मकसद ग्राहकों को पास की दुकानों से जोड़ना है. कंपनी की इसे किसानों तक ले जाने की भी योजना है.