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देश के सबसे बड़े आईपीओ को पहले दिन 18 फीसदी आवेदन प्राप्त हुए.
Paytm IPO: डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) का आईपीओ आज 8 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया. बोली प्रक्रिया के तहत देश के सबसे बड़े आईपीओ को पहले दिन सिर्फ 18 फीसदी आवेदन प्राप्त हुए. इस आईपीओ के तहत कंपनी ने 4.83 करोड़ शेयरों की पेशकश की है, जिसमें से पहले दिन सिर्फ 88.23 लाख इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. रिटेल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्से में से करीब 78 फीसदी की खरीद हुई है. वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्से में सिर्फ दो फीसदी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने अपने लिए आरक्षित 2.63 करोड़ शेयरों के मुकाबले 16.78 लाख शेयरों के लिए बोली लगाई. इस तरह यह सिर्फ 6 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. पेटीएम की तुलना में नायका और जोमैटो के आईपीओ को पहले ही दिन निवेशकों का तगड़ा रिस्पॉन्स मिला था. हालांकि उनके आईपीओ का आकार पेटीएम के मुकाबले काफी छोटा था.
एक्सपर्ट्स की राय
एनालिस्ट्स का कहना है कि पेटीएम भारत में बड़ी मात्रा में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) खोलने जा रहा है. PreIPO कंसल्टिंग फर्म प्लानिफाई कंसल्टेंसी के फाउंडर और CEO राजेश सिंगला ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन से कहा, “यह इंडियन इकोनॉमी के लिए काफी अच्छा है क्योंकि यह नए निवेश के लिए एक बेंचमार्क स्थापित करने जा रहा है.” सिंगला ने कहा कि डिजिटल पेमेंट की दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ी है. भारत में डिजिटल पेमेंट का ऐसा असर हुआ है कि अन्य देश (10-23 देश) अगले साल तक UPI के ज़रिए पेमेंट एक्सेप्ट करना शुरू कर देंगे. यह भारतीय रुपये के लिए फायदेमंद होने जा रहा है. उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि पेटीएम फेयर वैल्यूएशन पर आ रहा है और जिन लोगों को Nykaa का IPO आईपीओ नहीं मिला, वे पैसा आने पर पेटीएम के लिए आवेदन करेंगे.”
पेटीएम आईपीओ: निवेशकों को क्या करना चाहिए?
- एनालिस्ट्स ने कहा कि डिजिटल पेमेंट और फिनटेक स्पेस में शुरुआती एंट्री करने वालों में से एक होने के बावजूद, पेटीएम कंपनी को अपने अन्य प्रतिस्पर्धियों जैसे Google Pay से तगड़ी टक्कर मिल रही है.
- Tips2Trades के को-फाउंडर और ट्रेनर पवित्रा शेट्टी ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया “आईपीओ वैल्यूएशन के नजरिए से, बीमा, ब्रोकिंग जैसे अन्य वर्टिकल में पेटीएम के आने से भविष्य में बेहतर वित्तीय परिणाम मिलेंगे लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन बहुत महंगा है. निवेशकों को लिस्टिंग पर मुनाफावसूली करनी चाहिए और कम से कम 15-20% के करीब गिरावट का इंतजार करना चाहिए.”
- रिलायंस सिक्योरिटीज के मुताबिक पेटीएम के आईपीओ की वैल्यू वित्त वर्ष 2021 की बिक्री के मुकाबले 43.7 गुने और वित्त वर्ष 2022 की अनुमानित बिक्री के मुकाबले 36.7 गुने पर है जोकि हाल ही में लिस्ट हुी यूनीकॉर्न जोमैटो के मुकाबले 12 फीसदी डिस्काउंट पर है.
- महामारी के बावजूद पेटीएम की ग्रॉस मर्चेंटाइज वैल्यू वित्त वर्ष 2019-21 के बीच 33 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ी है और वित्त वर्ष 2021-26 के बीच वैल्यू टर्म्स में इसके डिजिटल पेमेंट्स कारोबार में 17 फीसदी की सीएजीआर से बढ़ोतरी का अनुमान है. इन सबसे आधार पर रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट विकास जैन ने निवेशकों को लांग टर्म के लिए पेटीएम के आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
(Article: Surbhi Jain)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)