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Paytm Payment Business : पेटीएम का दावा है कि उसने कोर पेमेंट बिजनेस को पीपीबीएल से अन्य पार्टनर बैंकों में सफलतापूर्वक ट्रांसफर कर दिया है. (Reuters)
One 97 Communications Results : फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm Results) का घाटा वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में बढ़ गया है. इस दौरान कंपनी का घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 167.5 करोड़ रुपये था. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व है. कंपनी की ऑपरेशनल इनकम (Paytm Revenue) मार्च तिमाही में सालाना आधार पर करीब 2.9 फीसदी घटकर 2267.1 रुपये हो गई है, जो पिछले साल समान अवधि में 2464.6 करोड़ रुपये थी.
कंपनी का घाटा (Paytm Loss in FY24) पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में कम होकर 1422.4 करोड़ रुपये रह गया. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का घाटा 1776.5 करोड़ रुपये था. पेटीएम का सालाना रेवेन्यू करीब 25 फीसदी बढ़कर 9978 करोड़ रुपये हो गया, यह वित्त वर्ष 2022-23 में 7990.3 करोड़ रुपये था. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 15 मार्च से व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है. पेटीएम ने पीपीबीएल पर आरबीआई के प्रतिबंध से 300-500 करोड़ रुपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया था.
एक्सपेंसेज एक्टिविटीज को कम किया
कुछ इंपैक्ट को ऑफसेट करने के लिए, पेटीएम ने तिमाही में अपनी मार्केटिंग एक्सपेंसेज एक्टिविटीज को कम करने में कामयाबी हासिल की. इसे सालाना आधार पर स्थिर रखते हुए और तिमाही आधार पर 16 फीसदी कम करके 2691 करोड़ रुपये कर दिया गया. पेटीएम का दावा है कि उसने अपने कोर पेमेंट बिजनेस को पीपीबीएल से अन्य पार्टनर बैंकों में सफलतापूर्वक ट्रांसफर कर दिया है. कंपनी ने कहा कि यह कदम हमारे बिजनेस मॉडल को जोखिम से मुक्त करता है और लॉन्ग् टर्म मोनेटाइजेशन के नए अवसर भी खोलता है. कंपनी ने कहा कि पीपीबीएल वॉलेट और अन्य भुगतान और लोन प्रोडक्ट्स के रुकने के कारण उसे अपने रेवेन्यू और प्रॉफिटेबिलिटी पर निकट अवधि में वित्तीय प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.
कंपनी का पेमेंट बिजनेस
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, पेमेंट रेवेन्यू सालाना आधार पर 7 फीसदी बढ़कर 1568 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन तिमाही बेसिस पर 9 फीसदी घट गया, क्योंकि जीएमवी और सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू में गिरावट आई. पूरे साल में पेटीएम ने 25 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 6235 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया. मार्च 2024 तक, 1.07 करोड़ मर्चेंट्स डिवाइसेज के लिए सब्सक्रिप्शन का भुगतान कर रहे हैं. मार्च तिमाही के लिए नेट पेमेंट मार्जिन सालाना आधार पर 24 फीसदी बढ़कर 853 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए यह 50 फीसदी बढ़कर 2955 रुपये रहा. Q4FY24 में, GMV सालाना आधार पर 30 फीसदी बढ़कर 4.7 लाख करोड़ रुपये हो गया.