/financial-express-hindi/media/post_banners/nPgXo4BBZ4jK3eB3UgvU.jpg)
Stock Strategy: नए जमाने के बिजनेस वाली कंपनियों के कुछ शेयरों में तेजी का मोमेंटम दिख रहा है.
घरेलू शेयर बाजार की हालिया रैली में न्यू एज कंपनियों के स्टॉक्स का भी योगदान देखने को मिल रहा है. पिछले कुछ दिनों से इन शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है और अब ये अपने 1 साल के लो से 100 फीसदी तक रिकवर हो चुके हैं. इन कंपनियों के बढ़े रहे मार्केट कैप से जहां निवेशकों के घाटे की कुछ भरपाई हो रही है, वहीं अब इनमें से कुछ के फंडामेंटल में भी बदलाव आ रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि इन कंपनियों ने अब मुनाफे पर फोकस किया है और इसके लिए जरूरी उपाय अपना रही हैं. बिजनेस मॉडल में भी जरूरी बदलाव हो रहे हैं, जिससे इन्हें लेकर अब ज्यादा क्लेरिटी नजर आ रही है.
न्यू एज स्टॉक: 1 साल के लो से 102% तक रिकवरी
Nykaa: 34%
Paytm: 102%
Zomato: 85%
Delhivery: 43%
Fino Payment Bank: 39%
Cartrade Tech: 43%
Policybazaar: 87%
Nazara Tech: 50%
अभी भी आईपीओ प्राइस से 86% तक हैं सस्ते
Nykaa: -86%
Paytm: -59%
EaseMyTrip: -77%
Delhivery: -20%
Fino Payment Bank: -57%
Cartrade Tech: -70%
Policybazaar: -33%
Nazara Tech: -36%
Star Health: -38%
AGS Transact: -66
इन शेयरों के सुधर रहे हैं फंडामेंटल
एक्सपर्ट का कहना है कि अपने आईपीओ प्राइस से 50 से 87 फीसदी तक कमजोर होने के बाद अब इनके शेयरों का वैल्युएशन वाजिब हो रहा है. अब इनमें से कुछ कंपनियां मजबूत ग्रोथ के रास्ते पर जाती दिख रही हैं. उनका बिजनेस स्टेबल हो रहा है और यहां से वे मुनाफा रिपोर्ट करने के लिए तैयार दिख रही हैं. कंपनियों का फोकस प्रॉफिटेबिलिटी पर है. ये कंपनियां न सिर्फ मुनाफा कमाने पर फोकस कर रही हैं बल्कि लागत कम करने पर भी ध्यान दे रही हैं. कंपनी मुनाफे में आए या उसका मुनाफा बढ़े, इसके लिए जितना जरूरी है, वे अपने बिजनेस मॉडल में बदलाव कर रही हैं.
किन शेयरों में निवेश की सलाह
Nykaa
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज: Buy
टारगेट: 210 रुपये
जेफरीज: Buy
टारगेट: 200 रुपये
नोमुरा: Buy
टारगेट: 183 रुपये
Policybazaar
जेएम फाइनेंशियल: Buy
टारगेट: 980 रुपये
Kotak इंस्टीट्यूशनल: Add
टारगेट : 725 रुपये
Delhivery
Kotak इंस्टीट्यूशनल: Buy
टारगेट: 410 रुपये
जेफरीज: Buy
टारगेट: 570 रुपये
Paytm
ICICI Securities: Buy
टारगेट: 1050 रुपये
क्यों गिरे थे शेयर, अब क्या बदल गया?
Swastika Investmart की एक रिपोर्ट के अनुसार स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने के बाद इन कंपनियों के स्टॉक में आई गिरावट की बड़ी वजह यह थी कि शुरू में इनका वैल्युएशन बहुत ज्यादा महंगा था. बल्कि रेवेन्यू का 30 से 50 गुना ज्यादा था. जबकि ज्यादातर कंपनियां लंबे समय से मुनाफा रिपोर्ट नहीं कर पा रही थीं. शुरू में तो बहुत से निवेशकों ने तब मार्केट में बुल रन को देखकर इनमें निवेश किया था, न कि इनके वैल्युएशन पर ध्यान दिया. लेकिन इस गलती का अहसास होने पर उन्होंने दूरी बना ली. एक और वचजह यह थी कि इनके बिजनेस मॉडल और फ्यूचर आउटलुक के बारे में भी क्लेरिटी नहीं थी. लेकिन अब बिजनेस मॉडल में कुछ बदलाव हो रहा है. आउटलुक को लेकर भी कंपनियां क्लेरिटी ला रही हैं.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)