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New Age Stocks: कुछ न्यू एज कंपनियों के प्रदर्शन में धीरे धीरे सुधार है. बिजनेस मॉडल को लेकर क्लेरिटी आई है. (pixabay)
New Age Stocks: न्यू एज स्टॉक्स की पिछले 2 साल से जमकर चर्चा रही है. असल में बीते 2 साल के अंदर नए जमाने के बिजनेस वाली कई कंपनियों ने शेयर बाजार में लिस्टिंग कराई. इनके IPO की चर्चा तो जोर शोर से रही, लेकिन लिस्टिंग के बाद से ज्यादातर के शेयरों में गिरावट आई है. पेटीम, नायका, जोमैटो, कारट्रेड टेक, पॉलिसीबाजार, पीबी फिनटेक समेत इस लिस्ट में कई स्टॉक शामिल हैं. हालांकि इनमें से कुछ कंपनियों के प्रदर्शन में धीरे धीरे सुधार दिख रहा है. इन शेयरों में भविष्य को लेकर निवेशक कनफ्यूज हैं. वैसे जून तिमाही के लिए अर्निंग सीजन से इसे लेकर कुछ संकेत मिल रहे हैं.
Paytm
डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म Paytm की पैरेंट कंपनी One 97 Communications का नेट लॉस जून तिमाही में घटकर 357 करोड़ रुपये रह गया है, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 644 करोड़ रुपये था. हालांकि मार्च तिमाही से तुलना करें तो नेट लॉस 168 करोड़ से बढ़कर डबल से ज्यादा रहा है. Paytm का रेवेन्यू Q1FY24 में 39.4 फीसदी बढ़कर 2341 करोड़ रहा है, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1679 करोड़ था. क्रेडिट डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस 167% YoY बढ़कर लोन वैल्यू में 14,845 करोड़ रहा है.
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क्या है ब्रोकरेज हाउस की राय
ब्रोकरेज हाउस CLSA ने Paytm के शेयर में Buy रेटिंग दी है और 1050 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी का Q1 Ebitda अनुमान से कुछ बेहतर रहा. रेवेन्यू भी अनुमान के मुताबिक है लेकिन प्रॉसेसिंग कास्ट में कमी आई है. कोर बिजनेस की बात करें तो GMV ग्रोथ 37% YoY रही और लेंडिंग डिस्बर्समेंट में 18% QoQ ग्रोथ रही. ब्रोकरेज ने भरोसा जताया है कि अगले कुछ साल में Paytm फ्री कैश फ्लो जेनरेट करने में सफल रहेगी.
ब्रोकरेज हाउस Citi ने भी शेयर में Buy रेटिंग दी है और 1200 रुपये का टारगेट दिया है. जबकि JM Financial ने Paytm के शेयर में Buy रेटिंग दी है और 1060 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज का अनुमान है कि FY23-25E के दौरान कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ 38% CAGR रह सगकती है. ब्रोकरेज हाउदस मोतीलाल ओसवाल ने 1000 रुपये के टारगेट के साथ निवेश की सलाह दी है.
Zomato
Zomato का मुनाफा जून तिमाही में 2 करोड़ रुपये रहा है. जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 186 करोड़ का घाटा हुआ था. वहीं इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू करीब 71 फीसदी बढ़कर 2416 करोड़ रहा जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1414 करोड़ रुपये था. डिमांड ग्रोथ रिकवरी, इनफ्लेशन में नरमी और फूड डिलिवरी लायल्टी प्रोग्राम मजबूत होने से कंपनी को फायदा हुआ है. कंपनी का एडजस्टेड एबिटडा 12 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का एडजस्टेड एबिटडा मार्जिन 0.4 फीसदी पर रहा. क्विक कॉमर्स बिजनस को छोड़ दें तो एडजस्टेड रेवेन्यू 2402 करोड़ रुपये रहा, जिसमें सालाना बेसिस पर 33 फीसदी की ग्रोथ रही है. मैनेजमेंट का कहना है कि हम अपने बिजनेस को कम जटिल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अपने बिजनेस के भीतर सही लोगों को सही जगह पर रख रहे हैं. आगे भी कंपनी का मुनाफा बेहतर होता रहेगा. अगले कुछ साल तक 40% से ज्यादा YoY टॉपलाइन (एडजस्टेड रेवेन्यू) ग्रोथ जारी रहने की उम्मीद है.
क्या कहना है ब्रोकरेज हाउस का
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने ZOMATO में निवेश की सलाह दी है और 110 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि फूड डिलिवरी बिजनेस भारत में अभी भी शुरूआती स्टेज में है, ऐसे में इस सेक्टर में ग्रोथ की संभावनाएं हैं. इसका फायदा ZOMATO जैसे ऐप बेस्ड फूड डिलिवरी कंपनियों को होगा, क्योंकि कंपनी इस सेक्टर में डॉमिनेंट पोजिशन पर है. ब्रोकरेज का अनुमान है कि FY23-25 के दौरान एडजस्टेड रेवेन्यू CAGR 43% रह सकता है. ब्रोकरेज का मानना है कि 4QFY24 तक कंपनी का EBITDA पॉजिटिव हो जाएगा. कंपनी 5% EBITDA मार्जिन FY25 में दिखा सकती है.
ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने शेयर में Reduce रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 60 रुपये दिया है जो पहले 45 रुपये था. यानी करंट प्राइस से इसमें गिरावट आ सकती है. ब्रोकरेज का मानना है कि कोर फूड डिलिवरी और Q-commerce बिजनेस में FY24F और FY25F के दौरान मजबूत ग्रोथ देखने को मिल सकती है. ब्रोकरेज ने FD लॉन्ग टर्म एडजस्टेड EBITDA मार्जिन के अनुमान को GOV का 5.1% बनाए रखा है.
ब्रोकरेज हाउस JP Morgan ने Zomato पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग बनाए रखी है और 100 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. ब्रोकरेज हाउस HSBC ने भी शेयर पर ‘buy’ रेटिंग दी है और 102 रुपये का टारगेट दिया है. जबकि Jefferies ने Zomato पर ‘buy’ रेटिंग दी है और 130 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि जून तिमाही में कंपनी मुनाफे में आने में सफल रही है, जिससे दूसरी चिंताएं भी कम हो गई है.
Nykaa
ऑनलाइन ब्यूटी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म नायका की मूल कंपनी एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स का मुनाफा सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 5.4 करोड़ रुपये रहा है, जबकि एक साल पहले की अवधि में 5 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. परिचालन से आने वाला रेवेन्यू 24 फीसदी बढ़कर 1421.8 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की तिमाही में यह 1148 करोड़ रुपये था. एबिटा सालाना बेसिस पर 60 फीसदी बढ़कर 73.50 करोड़ रुपये रहा, जबकि एबिटा मार्जिन 5.2 फीसदी पर आ गया, जो कि एक साल पहले की तिमाही के 4 फीसदी था. जीएमवी सालाना आधार पर 24 फीसदी बढ़कर 2667.8 करोड़ रुपये हो गई. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, फिजिकल रिटेल और कंज्यूमर ब्रांड सभी सेग्मेंट में हेल्दी ग्रोथ दिखी है.
क्या कहना है ब्रोकरेज हाउस का
ब्रोकरेज हाउस कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने Nykaa के शेयर पर रेटिंग डाउनग्रेड कर 'buy' से 'add' कर दिया है. वहीं टारगेट प्राइस भी 210 रुपये से घटाकर 165 रुपये कर दिया है. वहीं ब्रोकरेज हाउस Nomura ने शेयर में रेटिंग घटाकर 'buy' से 'neutral' कर दिया है और टारगेट भी 183 रुपये से घटाकर 163 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज हाउस JM Financial ने शेयर पर ‘buy’ रेटिंग बनाए रखा है और 210 रुपये का टारगेट दिया है. जबकि Elara Capital ने टारगेट 210 रुपये से घटाकर 200 रुपये कर दिया है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)