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Penny Stocks: जीरो सेल्स के बाद भी 4357% तक चढ़े पेनी स्टॉक, क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट

Penny Stocks Skyrocketed: भारत में रिटेल निवेशक पेनी शेयरों में जमकर निवेश कर रहे हैं.

Penny Stocks Skyrocketed: भारत में रिटेल निवेशक पेनी शेयरों में जमकर निवेश कर रहे हैं.

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Bloomberg
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Penny Stocks: जीरो सेल्स के बाद भी 4357% तक चढ़े पेनी स्टॉक, क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट

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Penny Stocks Skyrocketed: भारत में रिटेल निवेशक पेनी शेयरों में जमकर निवेश कर रहे हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इसी के चलते ऐसे कई शेयरों में जमकर तेजी आई है. लेकिन खास बात यह है कि इनमें से कई कंपनियों की बिक्री बिल्कुल नहीं है. इसके बाद भी शेयर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए हैं. ऐसे ही पेनी शेयरों की लिस्ट में ट्रांसग्लोब फूड्स है, जिसके शेयरों में इस साल 4300 फीसदी की शानदार तेजी रही है. लिस्ट में कुछ और भी कंपनियों के शेयर हैं.

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जीरो रेवेन्यू वाली कंपनियां     शेयर में तेजी (YTD)

ट्रांसग्लोब फूड्स लिमिटेड                                     4,357%

श्री प्रीकोटेड स्टील्स लिमिटेड                                 1,331%

इंटेग्रा गारमेंट्स एंड टेक्सटाइल्स लिमिटेड              817%

रतन इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड                         442%

तिरुपति टायर्स लिमिटेड                                        303%

Source: Bloomberg

ट्रांसग्लोब फूड्स फ्रूट जैम बनाती है. इस साल कंपनी के शेयर ने 4,300 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है. इसी तरह रियल एस्टेट कंपनी श्री प्रीकोटेड स्टील में भी 1,331 फीसदी की तेजी रही है. इंटेग्रा गारमेंट्स एंड टेक्सटाइल्स लिमिटेड में 817 फीसदी, रतन इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में 442 फीसदी और तिरुपति टायर्स लिमिटेड में 303 फीसदी की तेजी रही है. मौजूदा वित्त वर्ष में इन कंपनियों की कमाई कुछ भी नहीं है.

रिस्की निवेश से बढ़ी चिंता

इस तरह के रिस्की इन्वेस्टमेंट से चिंताएं भी बढ़ रही हैं क्योंकि इन शेयरों में अचानक प्रॉफिट बुकिंग से कारोबारियों को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है. इससे बाजार की मौजूदा तेजी भी प्रभावित हो सकती है. दरअसल, लॉकडाउन शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में नए निवेशकों ने बाजार में एंट्री ली हैं. इस वजह से बाजार का दायरा बढ़ रहा है. ऐसी ही स्थिति अमेरिकी बाजारों में भी देखने को मिली थी.

छोटे शेयरों से बचें

सिंगापुर की स्मार्टसन कैपिटल के फंड मैनेजर रोहित वोहरा के अनुसार रिटेल निवेशकों के निवेश से छोटे शेयरों में तेजी आई है, जिससे जोखिम के साथ ही कंसर्न भी बढ़ा है. निवेशकों को क्वालिटी शेयरों में ही निवेया करना चाहिए और अभी स्मालकैप में पैसा लगाने से बचाना चाहिए.

लिस्टिंग के नियम

कुछ अन्य एशियाई देशों की तरह ही भारत में भी जीरो रेवेन्यू वाली कंपनियां तबतक स्टॉक मार्केट में लिस्ट रह सकती हैं, जबतक वे नेट वर्थ और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस से जुड़ी कुछ शर्त पूरी करती हों. साउथ एशियन देशों में अभी 450 ऐसी कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हैं.

गिरावट के बाद रिकवरी

कोरोना वायरस शुरू होने पर शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली आई थी. इसके बाद भारतीय बाजार में जोरदार रिकवरी आई है. छोटे-बड़े सभी शेयरों ने जोरदार तेजी दिखाई है. मार्च के निचले स्तरों से बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 70 फीसदी तक चढ़ चुका है. इसकी तुलना में सेंसेक्स 50 फीसदी चढ़ा है. स्मॉलकैप शेयरों में तेजी ने नए कारोबारियों को अपनी तरफ आकर्षित किया है.

मार्च के बाद बढ़े निवेशक

इक्विनॉमिक्स रिसर्च एंड एडवाइजरी के संस्थापक और सीईओ जी चोक्कालिंगम के अनुसार यह समय मुनाफावसूली का है क्योंकि रिटेल निवेशक आंखे मूंदकर पैनी शेयर खरीद रहे हैं. रिटेल निवेशक कमाई, एबिड्टा, पीई अनुपात देखे बिना कुछ भी खरीद रहे हैं. सीडीएसएल के अनुसार, मार्च के बाद भारतीय शेयर बाजार के साथ 28 लाख नए रिटेल खाते जुड़े हैं.

निवेशक सतर्क रहें

ब्लूमबर्ग के आकंड़ों के अनुसार, मार्च के निचले स्तरों से भारतीय शेयर बाजार का पूंजीकरण $770 अरब बढ़ चुका है. हालांकि, यह सिर्फ घरेलू और रिटेल निवेशकों की वजह से नहीं हुआ है. भारत उन बाजारों में शामिल हैं, जहां विदेशी निवेशक खरीददार रहे हैं. निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है. ब्लूमबर्ग से बात करते हुए भारतीय बाजार के टॉप हेज फंड ट्रू बीकॉन ने कहा कि बाजार काफी आगे निकल चुका है और इस वजह से उन्होंने तेजी के दांव कम कर दिए हैं. इसने निवेशकों को दिग्गज शेयरों के साथ बने रहने की सलाह दी है.