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पेंशन फंड अब जल्द ही IPO और शेयरों में निवेश कर सकेंगे. पेंशन सेक्टर के रेगुलेटर PFRDA के आला अधिकारी के मुताबिक पेंशन फंड मैनेजर्स अब आईपीओ और शेयरों में निवेश का फैसला ले सकेंगे. अभी पेंशन फंड मैनेजर सिर्फ फंड के इक्विटी कंपोनेंट को सिर्फ फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेड होने वाले उन कंपनियों के शेयरों में ही निवेश कर सकते हैं, जिनकी मार्केट कैपिटलाइजेशन 5000 करोड़ रुपये है.
आईपीओ, एफपीओ, ऑफर फॉर सेल में भी कर सकेंगे निवेश
रेगुलेटर्स से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस नियम से फंड मैनेजरों के विकल्प सीमित हो गए हैं. नए नियम से वे ज्यादा रिटर्न हासिल कर पाएंगे क्योंकि एनपीएस की शुरुआत के बाद से इन मैनेजरों ने शेयरों में निवेश के जरिये 11.31 फीसदी का रिटर्न दिया है. उन्होंने इस मामले में एवेन्यू सुपरमार्केट का उदाहरण दिया. प्रतिबंध की वजह से फंड मैनेजर इसके शेयरों में निवेश नहीं कर पाए. PFRADA के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने कहा कि अगले दो-तीन दिन में फंड मैनजरों की ओर से किए जाने वाले निवेश का दायरा बढ़ाने का ऐलान किया जा सकता है. नए नियम के मुताबिक पेंशन फंड मैनेजर आईपीओ, एफपीओ, कंपनियों के ऑफर फॉर सेल के अलावा एनएसई और बीएसई में टॉप-200 कंपनियों के शेयरों में निवेश कर सकेंगे.
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इक्विटी में निवेश से मिल रहा है अच्छा रिटर्न
बंदोपाध्याय का कहना था कि वह निजी तौर पर ज्यादा इक्विटी निवेश के पक्ष में हैं. बंदोपाध्याय के मुताबिक पेंशन फंड की ओर से शेयरों में निवेश से अब तक 11.31 फीसदी का रिटर्न मिला है. कॉरपोरेट डेट में निवेश का रिटर्न 10.21 फीसदी और गवर्नमेंट सिक्योरिटी में निवेश का रिटर्न 9.69 फीसदी रहा है. एनपीएस के कुल सब्सक्राइवर की संख्या 4.37 करोड़ पहुंच गई. इनमें से 2.90 करोड़ सब्सक्राइवर अटल पेंशन योजना के तहत हैं.
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