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पिरामल ग्रुप के चीफ अजय पिरामल
अपनी दवा फॉर्म्यूलेशन कारोबार को अमेरिकी दवा कंपनी Abbott Laboratories को बेचने के एक दशक बाद पिरामल एंटरप्राइजेज (Piramal EnterPrises) के बोर्ड ने अब ऐलान किया है कि वह ग्रुप के फार्मा और फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को अलग कर देगा. ग्रुप की योजना के मुताबिक इसकी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी PHL Fininvest पिरामल एंटरप्राइजेज ( Piramal Enterprises) यानी PML में मिल जाएगी. इससे बड़ी NBFC खड़ी होगी. DHFL के अधिग्रहण के बाद इसमें मिला दी गई हाउसिंग फाइनेंस कंपनी PEL की सब्सीडियरी बनी रहेगी. इसकी पूरी फाइनेंसिंग PEL ही करेगी. पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरहोल्डरों को इसके एक शेयर के बदले पिरामल फार्मा के चार शेयर मिलेंगे.
ग्रुप के रेवेन्यू में फार्मा बिजनेस की 48 फीसदी हिस्सेदारी
वित्त वर्ष 2020-21 में पिरामल फार्मा का टर्नओवर 5776 करोड़ रुपये रहा है और देश की टॉप 15 दवा कंपनियों में शुमार है. हालांकि इसके राजस्व का सिर्फ 15 फीसदी भारतीय मार्केट से आता है. कंपनी के बिजनेस का ज्यादातर हिस्सा उत्तरी अमेरिकी मार्केट से आता है. ग्रुप के टर्नओवर में फार्मा बिजनेस की हिस्सेदारी 48 फीसदी है. बाकी रेवेन्यू फाइनेंशियल सर्विसेज से आता है. पिरामल ग्रुप के बयान में कहा गया है कि फार्मा और फाइनेंशियल बिजनेस को अलग कर देने से दोनों कंपनियों के प्रबंधन पर फोकस किया जा सकेगा. शेयरहोल्डरों की लिक्विडिटी में इजाफा होगा. इससे दोनों कंपनियों के जोखिम एक दूसरे पर नहीं आएंगे.
पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड की मार्केट वैल्यूएशन 68,887 करोड़ रुपये
गुरुवार ( 7 OCTOBER 2021 ) को पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर 1.57 फीसदी बढ़ कर 2,886 रुपये पर पहुंच गए. इस तरह कंपनी की मार्केट वैल्यूएशन बढ़ कर 68,887 करोड़ रुपये हो गई है. पिरामल फार्मा कॉन्ट्रेक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्यूफैक्चरिंग (CDMO) बिजनेस में सक्रिय है. यह देश की तीन बड़ी CDMO कंपनियों में शामिल है. इसके अलावा यह कॉम्पलेक्स हॉस्पिटल्स जेनेरिक बिजनेस, कंज्यूमर हेल्थकेयर में भी सक्रिय है. Ophthalmology में स्पेस बनाने के लिए इसने Allergan के साथ ज्वाइंट वेंचर खड़ा किया है.