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स्पेशियलिटी केमिकल कंपनी पारसोल केमिकल्स (Prasol Chemicals) के आईपीओ को मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की मंजूरी मिल गई है.
Prasol Chemicals IPO: स्पेशियलिटी केमिकल कंपनी पारसोल केमिकल्स (Prasol Chemicals) के आईपीओ को मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की मंजूरी मिल गई है. कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए 800 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, इस IPO के तहत, 250 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं, मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 90 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत की जाएगी. Prasol Chemicals ने अप्रैल में रेगुलेटर के पास अपने आईपीओ कागजात दाखिल किए थे. कंपनी को 23 अगस्त को ऑब्जर्वेशन लेटर प्राप्त हुआ है. किसी भी कंपनी को आईपीओ लॉन्च करने से पहले सेबी का ऑब्जर्वेशन लेटर हासिल करना जरूरी होता है. ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, कंपनी 50 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों के एक और इश्यू पर विचार कर सकती है. अगर ऐसा प्लेसमेंट पूरा हो जाता है, तो नए इश्यू का आकार कम हो जाएगा.
यहां होगा फंड का इस्तेमाल
इस आईपीओ के ज़रिए जुटाए गए फंड में से 160 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान में किया जाएगा. इसके अलावा, वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए 30 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल किए जाने की योजना है. फंड का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी किया जाना है. बाजार सूत्रों के मुताबिक, कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए करीब 700-800 करोड़ रुपये जुटा सकती है.
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जानिए कंपनी के बारे में
Prasol Chemicals एसीटोन और फास्फोरस डेरिवेटिव बनाने वाली भारत की एक लीडिंग कंपनी है. कंपनी ने अपने बिजनेस और ऑपरेशन्स के दायरे का विस्तार किया है. इस तरह कंपनी ने एक स्मॉल स्केल मैन्युफैक्चरर से वैश्विक उपस्थिति के साथ एक बड़ी डायवर्सिफाइड स्पेशियलिटी केमिकल कंपनी के रूप में खुद को स्थापित किया है. कंपनी के पोर्टफोलियो में शामिल कई एसीटोन और फास्फोरस डेरिवेटिव का इस्तेमाल फार्मास्यूटिकल्स, एग्रोकेमिकल एक्टिव इन्ग्रेडिएन्ट्स और फॉर्मूलेशन के सिंथेसिस में किया जाता है. इसके अलावा, कंपनी के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल घर में एक अहम रॉ मटेरियल के रूप में व सनस्क्रीन, शैंपू, फ्लेवर, सुगंध और कीटाणुनाशक जैसे पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स के रूप में भी किया जाता है.
कंपनी ने दिसंबर 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि में 50.10 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. इसके साथ ही, वित्त वर्ष 2021 में कंपनी को 25.08 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 37.77 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है. ऑपरेशन्स से इसका राजस्व दिसंबर 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि में 626.93 करोड़ रुपये है. वहीं, यह वित्त वर्ष 2021 में 595.54 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 531.24 करोड़ रुपये रहा. जेएम फाइनेंशियल और डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स इस मुद्दे के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं.
(इनपुट-पीटीआई)