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देश में LED TV और फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसे अप्लायंसेज अगले साल जनवरी से लगभग 10 फीसदी महंगे होने वाले हैं. इसकी वजह प्रमुख इनपुट मैटेरियल्स जैसे कॉपर, एल्यूमीनियम और स्टील की कीमतों में बढ़ोत्तरी और समुद्री व हवाई मालभाड़े में बढ़ोत्तरी है. मैन्युफैक्चरर्स का कहना है कि इसके अलावा ग्लोबल वेंडर्स से कम सप्लाई के कारण टीवी पैनल्स (ओपनसेल) की कीमतें भी 200 फीसदी बढ़ गई हैं. क्रूड की कीमतों में वृद्धि के चलते प्लास्टिक भी महंगी हो चुकी है.
किस कंपनी ने कितनी वृद्धि का किया फैसला
पैनासोनिक इंडिया के प्रेसिडेंट व सीईओ मनीष शर्मा का कहना है कि हमारा अनुमान है कि कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोत्तरी निकट भविष्य में हमारी प्रॉडक्ट प्राइसिंग को प्रभावित करेगी. प्रॉडक्ट्स की कीमतें जनवरी में 6-7 फीसदी बढ़ने का अनुमान है, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के सभी अप्लायंसेज 1 जनवरी से मिनिमम 7-8 फीसदी महंगे होने वाले हैं. इनमें टीवी, वॉशिंग मशीन, फ्रिज आदि भी शामिल हैं.
Sony का इरादा
वहीं सोनी इंडिया का कहना है कि अभी भी 'वेट एंड वॉच' की स्थिति है और कंपनी का कीमतों में इजाफे पर अंतिम फैसला लेना बाकी है. हालांकि सोनी ने संकेत दिया है कि वह भी प्राइस हाइक की दिशा में आगे बढ़ने वाली है. सोनी इंडिया के एमडी सुनील नायर ने कहा कि हम सप्लाई साइड को देख रहे हैं, जो दिन पर दिन बदल रही है. अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है ओर न ही हमने फैसला किया है कि कीमतें कितनी बढ़ाई जाएं. आगे कहा कि अभी वर्क फ्रॉम होम के चलते प्रॉडक्ट्स की डिमांड काफी अधिक है और सप्लाई सीमित है क्योंकि फैक्ट्री फुल कैपेसिटी के साथ नहीं चल रही हैं. इससे सप्लाई में कमी है, जिसने कीमतों में बढ़ोत्तरी की स्थिति पैदा की है.
फ्रेंच इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड थॉमसन व कोडक के ब्रांड लाइसेंसी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स का कहना है कि टीवी ओपनसेल की कीमत 200 फीसदी बढ़ चुकी है और बाजार में इसकी कमी है. इसलिए थॉमसन और कोडक ने एंड्रॉयड टीवी की कीमतें जनवरी से 20 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया है.
डिमांड हो सकती है प्रभावित
इस बीच कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (CEAMA) ने चेतावनी दी है कि ब्रांड्स की ओर से अप्लायंसेज के दाम बढ़ाने जाने से अगली तिमाही में डिमांड प्रभावित हो सकती है. CEAMA के प्रेसिडेंट कमल नंदी का कहना है कि कमोडिटी कॉस्ट में 20-25 फीसदी की बढ़ोत्तरी, समुद्री व हवाई मालभाड़े में 5-6 गुना का इजाफा महामारी के चलते खनन गतिविधि में रुकावट अप्लायंसेज की कुल इनपुट कॉस्ट को बढ़ा रही है. नतीजा यह है कि ब्रांड्स निकट भविष्य में अप्लायंसेज के दाम 8-10 फीसदी बढ़ा सकते हैं, जो अगली तिमाही में डिमांड को नुकसान पहुंचा सकता है.