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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कलअगले वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया. इस बजट को लेकर सरकारी बैंकों का रिस्पांस कल निगेटिव रहा लेकिन आज इनमें तेजी दिख रही है. (Image- Reuters)
PSU Banking Stocks: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कल (1 फरवरी) अगले वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया. इस बजट को लेकर सरकारी बैंकों का रिस्पांस कल निगेटिव रहा. बजट पेश होने के पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के भाव 2 फीसदी से अधिक मजबूत हुए थे लेकिन बजट एलान होने के बाद इंट्रा-डे में यह 3 फीसदी से अधिक कमजोरी हुआ और एक बार तो सेंसेक्स पर सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला स्टॉक रहा. दिन के आखिरी में यह एक फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. एसबीआई के अलावा अन्य सरकारी बैंकों के शेयरों की भी स्थिति बेहतर नहीं रही. हालांकि आज की बात करें तो सभी सरकारी बैंकों के शेयर मजबूत दिख रहे हैं और तीन शेयर 52-हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब हैं.
दो बैंकों के भाव 52-हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब
- बजट पेश होने के दिन एसबीआई में गिरावट का रूझान था लेकिन आज यह उछाल के साथ 52 हफ्ते के रिकॉर्ड भाव के करीब पहुंच गया है. इसका 52 हफ्ते का रिकॉर्ड भाव 543.95 रुपये है और आज इंट्रा-डे में यह एनएसई पर 539.30 रुपये के भाव तक पहुंच चुका है.
- दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का पसंदीदा पीएसयू बैंक Canara Bank भी कल इंट्रा-डे में कमजोर हुआ था लेकिन आज एनएसई पर इसमें करीब 3.5 फीसदी की उछाल दिख रही है. आज इंट्रा-डे में यह 52 हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई यानी 269.45 रुपये के भाव पर पहुंच गया. केनरा बैंक में भारत के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले झुनझुनवाला की 1.6 फीसदी हिस्सेदारी है.
- एसबीआई और केनरा बैंक के अलावा एक और शेयर 52 हफ्ते की रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंच गया है. बैंक ऑफ बड़ौदा एनएसई पर आज इंट्रा-डे में 108.85 रुपये के भाव पर पहुंच गया जबकि इसका 52 हफ्ते का रिकॉर्ड भाव 109.30 रुपये है.
- एनएसई पर आज आईओबी, यूको बैंक और बैंक ऑफ इंडिया में 1 फीसदी से अधिक, जेएंडके बैंक में ढाई फीसदी से अधिक, केनरा बैंक में 3 फीसदी से अधिक, यूनियन बैंक में 4 फीसदी से अधिक और इंडियन बैंक में 6 फीसदी से अधिक की तेजी दिख रही है.
- निफ्टी बैंक में करीब डेढ़ फीसदी की उछाल है.
बजट के दिन सरकारी बैंकों में बिकवाली
अगले साल का बजट पेश होने के पहले सरकारी बैंकों के शेयरों में उछाल दिख रही थी. निवेशकों को उम्मीद थी कि सरकार बजट में कोरोना महामारी के दौरान बैकों के लिए खास एलान करेगी. हालांकि वित्त मंत्री ने बैंकों में अतिरिक्त पूंजी डालने का कोई ऐलान नहीं किया. ऐसे में निवेशकों की तत्काल प्रतिक्रिया नकारात्मक रही लेकिन बैंकों के बैड लोन्स में गिरावट और वित्तीय सेक्टर की सुधरती स्थिति को देखते हुए आज फिर खरीदारी का रूझान दिख रहा है.