/financial-express-hindi/media/post_banners/JBqxrHurE3p6nmVj4bOY.jpg)
दिग्गज निवेशक राधाकृष्ण दुनिया के 100 अमीरों की सूची में शामिल
हाइपरमार्केट चेन डीमार्ट (Dmart) के मालिक और दिग्गज निवेशक राधाकृष्ण दमानी ( Radhakishan Damani) दुनिया के 100 सबसे अमीर लोगों में शुमार हो गए हैं. बुधवार को उनकी संपत्ति लगभग 145500 करोड़ रुपये के बराबर पहुंच गई. दमानी दुनिया भर के 100 टॉप अमीरों की सूची में 97 वें नंबर पर हैं. दुनिया के भर के सबसे अमीर लोगों के क्लब में शामिल होने वाले दमानी भारत के छठे अमीर शख्स हैं. दमानी वैल्यू इनवेस्टर के तौर पर मशहूर हैं. बिग बुल राकेश झुनझुनवाला भी उन्हें गुरु कहते हैं. पिछले कुछ सालों में राधाकृष्ण दमानी ने कुछ चुनिंदा शेयरों में निवेश कर जबरदस्त रिटर्न हासिल किया है. इस साल दमानी की होल्डिंग वाले पांच शेयरों ने 30 फीसदी से भी अधिक रिटर्न दिया है. आइए देखते हैं उनके इन पसंदीदा शेयरों ने कितना रिटर्न दिया है.
Avenue Supermart
Avenue Supermarts (DMart) में दमानी की सबसे ज्यादा होल्डिंग है. वह इसके प्रमोटर हैं और इसमें उनकी 65.2 फीसदी हिस्सेदारी है . इसकी कीमत 1.54 लाख करोड़ रुपये है. इस साल डीमार्ट के शेयरों में 30 फीसदी का उछाल आया है और यह 3649 रुपये पर पहुंच गया है.
Sundaram Finance
दमानी इस कंपनी में पिछले एक दशक से पैसा लगा रहे हैं. उन्होंने अपनी कंपनी Bright Star Investments के जरिये Sundaram Finance में निवेश किया है. इसमें दमानी की 2.4 फीसदी हिस्सेदारी है इसकी कुल कीमत है 634 करोड़ रुपये . इस साल इसका शेयर 33.7 फीसदी उछल कर 2,460 रुपये पर पहुंच चुका है.
Trent
टाटा ग्रुप की इस कंपनी में दमानी की 1.52 फीसदी हिस्सेदारी है. इसकी कुल कीमत 488 करोड़ रुपये है. अब तक इस शेयर में 33.51 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और अब यह 900.75 रुपये पर पहुंच गया है.
Blue Dart Express
दमानी ने इस कंपनी के शेयरों में अपनी हिस्सेदारी कुछ घटाई है. इनकी इसमे 1.7 फीसदी हिस्सेदारी है और इसकी कुल कीमत है 230 करोड़ रुपये. इन्होंने इस शेयर में रैली कर प्रॉफिट बुकिंग कर ली थी.
Metropolis Healthcare
पिछली तिमाही में Metropolis Healthcare के शेयरों में तेजी के बाद दमानी ने इसमें प्रॉफिट बुकिंग की थी. इस साल इसके शेयर 39 फीसदी तक बढ़ चुके हैं. अभी यह शेयर 2799 रुपये पर है. इसमें दमानी के हिस्सेदारी की कुल कीमत 229.7 करोड़ रुपये है.
(Article : Kshitij Bhargava)