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रेनबो चिल्ड्रेन्स मेडिकेयर आईपीओ अगले हफ्ते 27 अप्रैल को खुलेगा और निवेशक इसमें 29 अप्रैल तक पैसे लगा सकेंगे. (Image- Rainbow Children’s Medicare)
Rainbow Children’s Medicare IPO: अगले हफ्ते खुल रहे मल्टी-स्पेशियल्टी पीडियाट्रिक हॉस्पिटल चेन रेनबो चिल्ड्रेन्स मेडिकेयर (Rainbow Children’s Medicare) आईपीओ का प्राइस बैंड आज (22 अप्रैल) तय हो गया है. 1581 करोड़ रुपये के इस इश्यू के लिए 516-542 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है. यह इश्यू अगले हफ्ते 27 अप्रैल को खुलेगा और निवेशक इसमें 29 अप्रैल तक पैसे लगा सकेंगे. एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू एक दिन पहले यानी 26 अप्रैल को खुलेगा. इश्यू के जरिए 280 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और इनके जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल हॉस्पिटल चेन बढ़ाने में किया जाएगा.
Rainbow Children’s Medicare की डिटेल्स
- रेनबो चिल्ड्रेन्स मेडिकेयर का 1581 करोड़ रुपये का आईपीओ अगले हफ्ते 27-29 अप्रैल तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. एंकर निवेशकों के लिए यह 26 अप्रैल को खुलेगा.
- इस आईपीओ के तहत 280 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) विंडो के तहत 2.4 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे. ओएफएस के तहत प्रमोटर्स रमेश कंचरला, दिनेश कुमार चिरला और आदर्श कंचरला, प्रमोटर ग्रुप एंटिटी पद्म कंचरला और निवेशक ब्रिटिश इंटरनेशनल इंवेस्टमेंट पीएलसी (पूर्व नाम सीडीसी ग्रुप पीएलसी) और सीडीसी इंडिया शेयरों की बिक्री करेंगे.
- इश्यू के लिए 516-542 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड और लॉट साइज 27 शेयरों का है यानी कि निवेशकों को कम से कम 14634 रुपये का निवेश करना होगा. रेनबो चिल्ड्रेन्स मेडिकेयर के कर्मियों को फाइनल ऑफर प्राइस में 20 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा.
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- इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB), 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों और 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए आरक्षित है. इस इश्यू के तहत 3 लाख शेयरों को एलिजिबल कर्मियों के लिए आरक्षित किया गया है.
- शेयरों का अलॉटमेंट 5 मई और लिस्टिंग 10 मई को हो सकती है. शेयरों की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी.
- इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, जेपी मॉर्गन इंडिया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
- नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) के समय से पहले रिडेम्प्शन, नए अस्पतालों के सेट अप करने के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर और इन अस्पतालों के लिए मेडिकल औजार खरीदने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- ब्रिटेन की डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीट्यूशन सीडीसी ग्रुप पीएलसी की रेनबो ने भारत में सबसे पहले हैदराबाद में 1999 में 50 बिस्तरों का पीडियाट्रिक स्पेशियल्टी हॉस्पिटल शुरू किया था. अभी की बात करें तो 20 दिसंबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक रेनबो के देश के छह शहरों में 14 अस्पताल और तीन क्लीनिक हैं. यह 1500 बेड ऑपरेट करती है. यह बच्चों से जुड़ी सभी स्वास्थ्य समस्याओं, गर्भवती महिलाओं से जुड़ी दिक्कतों के लिए और फर्टलिटी केयर जैसी सर्विसेज मिलती है.
- वित्तीय स्थिति की बात करें तो कंपनी को वित्त वर्ष 2018-19 में 44.59 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 55.34 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि इसके अगले ही वित्त वर्ष 2020-21 में यह घटकर 39.57 करोड़ रुपये पर आ गया. पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में मुनाफा तेजी से बढ़ा और अप्रैल-दिसंबर 2021 में सालाना आधार पर शुद्ध मुनाफा समान अवधि में 38.52 करोड़ रुपये (अप्रैल-दिसंबर 2020 में शुद्ध मुनाफा) से बढ़कर 126.41 करोड़ रुपये हो गया.
(Input: SEBI Filing)