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पिछले कारोबारी दिन टाइइन कंपनी के बंद शेयर भाव 1711.10 रुपये पर आकलन करें तो झुनझुनवाला ने अप्रैल-जून 2021 में 384 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की.
दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने लगातार तीसरी तिमाही टाइटन कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम की है. हिस्सेदारी कम किए जाने के एक दिन बाद बीएसई पर इंट्रा डे कारोबार के दौरान इसके शेयर भाव में 1 फीसदी की गिरावट आई और यह 1693.65 रुपये प्रति शेयर के भाव तक लुढ़क गया. बिग बुल झुनझुनवाला ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2021 में घड़ी से लेकर ज्वैलरी बनाने वाली इस कंपनी के 22.50 लाख शेयर बेचे हैं. हालांकि उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला की टाइटन में हिस्सेदारी बरकरार है और उनके पास कंपनी के 96.40 लाख शेयर्स हैं जोकि 1.09 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. अब जून तिमाही के अंत तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक झुनझुनवाला दंपत्ति के पास टाइटन कंपनी के 4.26 करोड़ इक्विटी शेयर्स हैं यानी दोनों की कंपनी में 4.8 फीसदी हिस्सेदारी है.
इस महीने की शुरुआत में कंपनी द्वारा जारी जून 2021 तिमाही के बिजनेस अपडेट के मुताबिक टाइटन के कारोबार में रिकवरी हो रही और स्टोर अधिक दिन खुल रहे हैं. जून 2021 तिमाही में कंपनी को बूलियन सेल्स के अलावा रेवेन्यू ग्रोथ की बात करें तो इसमें 117 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी जिसमें से करीब 50 फीसदी रेवेन्यू अप्रैल में, 10 फीसदी मई में और 40 फीसदी जून में आया.
जून के आखिरी में टाइटन रिकॉर्ड ऊंचाई पर
जून के आखिरी सप्ताह में टाइटन के शेयर भाव 1800 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे. एक साल में इसके भाव में 91 फीसदी से अधिक की तेजी आई थी. इस महीने की बात करें तो जुलाई में अब तक इसके भाव 2.6 फीसदी तक गिर चुके हैं. हालांकि इस साल इसके भाव 8.5 फीसदी चढ़ चुके हैं. पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही जनवरी-मार्च 2021 में भी झुनझुनवाला ने टाइटन के 22.50 लाख शेयरों की बिक्री की थी और उनकी कंपनी में 3.97 फीसदी हिस्सेदारी रह गई. उसके पिछली तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2020 में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी कम कर 4.23 फीसदी कर लिया था.
एलआईसी समेत बीमा कंपनियों ने घटाई हिस्सेदारी
पिछले कारोबारी दिन टाइइन कंपनी के बंद शेयर भाव 1711.10 रुपये पर आकलन करें तो झुनझुनवाला ने अप्रैल-जून 2021 में 384 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की. हालांकि इस अवधि में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मार्च 2021 तिमाही में 18.10 फीसदी (16.06 करोड़ शेयर) से बढ़ाकर 18.41 फीसदी (16.34) फीसदी कर दिया था. देश की सबसे बड़ी संस्थागत निवेशक एलआईसी ने भी टाइटन कंपनी में अपनी हिस्सेदारी मार्च 2021 तिमाही में 3.91 फीसदी से बढ़ाकर जून 2021 तिमाही में 3.96 फीसदी कर दिया था. हालांकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाईफ इंश्योरेंस ने टाइटन में 1.09 फीसदी (मार्च 2021 तिमाही) से हिस्सेदारी घटाकर जून 2021 तिमाही में 1.08 फीसदी कर दिया. इंश्योरेंस कंपनियों की टाइटन में मार्च 2021 तिमाही में 6.14 फीसदी हिस्सेदारी थी जो जून 2021 तिमाही में घटकर 5.50 फीसदी रह गई. म्यूचुअल फंड्स ने भी इस दौरान हिस्सेदारी को 4.36 फीसदी से घटाकर 4.03 फीसदी कर दिया. खुदरा निवेशकों की भी हिस्सेदारी 9.03 फीसदी से घटकर 8.93 फीसदी रह गई.
(आर्टिकल: सुरभि जैन)