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राकेश झुनझुनवाला ने नए दौर की टेक कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई, ना कि उनके बिजनेस मॉडल्स को लेकर.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो का आईपीओ आ चुका है और जल्द ही पेटीएम का आईपीओ आने वाला है. हालांकि दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का भरोसा नए दौर की तकनीकी कंपनी के आईपीओ पर कायम नहीं हुआ है. निवेश के लिए झुनझुनवाला मेटल स्टॉक्स और घरेलू बैंकों के स्टॉक्स में मौके देख रहे हैं. मोतीलाल ओसवाल एएमसी के ग्लोबल पार्टनर समिट में बोलते हुए बिग बुल ने कहा कि उनका भरोसा भारतीय अर्थव्यवस्था और डोमेस्टिक मार्केट्स पर है लेकिन नए दौर की इंटरनेट कंपनियों पर नहीं जिनकी जोमैटो के आईपीओ के जरिए दलाल स्ट्रीट पर शुरुआत हो सकती है. पिछले हफ्ते जोमैटो के 9375 करोड़ रुपये का आईपीओ 38.25 गुना सब्सक्राइब हुआ था. अभी तक कंपनी को मुनाफा नहीं हुआ है लेकिन इसके आईपीओ के प्रति निवेशक उत्साहित रहे.
नए दौर की टेक कंपनियों के ऊपर मेटल्स और बैंकों को प्राथमिकता
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल से बातचीत में झुनझुनवाला ने कहा कि उन्हें मेटल्स व बैंक जैसे अन्य सेक्टर्स से अधिक बेहतर मुनाफा मिल सकता है. राकेश झुनझुनवाला ने नए दौर की टेक कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई, ना कि उनके बिजनेस मॉडल्स को लेकर. जब उनसे दुनिया भर की न्यू-ऐज टेक कंपनीज और वाल स्ट्रीट पर उनके डॉमिनेंस के बारे में पूछा गया तो झुनझुनवाला ने कहा कि भारतीय कंपनियों को ऐसा डॉमिनेंस अभी साबित करना है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अमेरिकी तकनीकी कंपनियों ने लंबे समय में अपनी पूंजी का निर्माण किया है जैसे कि अमेजन को इस स्टेज तक पहुंचने में 25 साल लग गए.
2024 में केंद्र में फिर बन सकती है मोदी सरकार
राकेश झुनझुनवाला इस समय मार्केट की तेजी को लेकर सकारात्मक हैं और उनका मानना है कि 90 के दशक की तुलना में भारत संरचनात्मक रूप से अधिक मजबूत है. बिग बुल ने उम्मीद जताई है कि बाजार की मजबूती दशकों तक बनी रहने वाली है. झुनझुनवाला के मुताबिक सॉफ्टवेयर स्पेस में भारत मजबूत स्थिति में है और अगले चार से पांच साल में इसका निर्यात 40 हजार करोड़ डॉलर (30 लाख करोड़ रुपये) कर पहुंच सकता है. इसके अलावा भारत दुनिया का फार्मा कैपिटल बनने की स्थिति में हैं. भारत में जीएसटी जैसे रिफॉर्म हुए हैं. बिग बुल के मुताबिक आर्थिक तौर पर भारत इस समय सबसे बेहतर स्थिति में है. बिग बुल ने 2024 में मोदी सरकार की वापसी का अनुमान लगाते हुए कहा कि भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ अगले 10 साल तक बनी रहने वाली है. हालांकि उन्होंने चीन के एग्रेसन को लेकर सावधान रहने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि अगर अगले 10 साल में ताइवान पर चीन हमला करता है तो यह दुनिया भर में सबसे बड़े जियोपॉलिटिकल इवेंट होगा.
(Article: Kshitij Bhargava)