scorecardresearch

राकेश झुनझुनवाला का पसंदीदा फार्मा शेयर 52 हफ्ते की नई ऊंचाई पर, जानें क्या है वजह?

पिछले साल जुलाई में ल्युपिन के शेयर 828 रुपये तक गिर गए थे. यह इस शेयर के 52 सप्ताह की सबसे ज्यादा गिरावट थी. इसके बाद से अब तक यह शेयर 53 फीसदी चढ़ चुका है.

पिछले साल जुलाई में ल्युपिन के शेयर 828 रुपये तक गिर गए थे. यह इस शेयर के 52 सप्ताह की सबसे ज्यादा गिरावट थी. इसके बाद से अब तक यह शेयर 53 फीसदी चढ़ चुका है.

author-image
FE Online
New Update
राकेश झुनझुनवाला का पसंदीदा फार्मा शेयर 52 हफ्ते की नई ऊंचाई पर, जानें क्या है वजह?

राकेश झुनझुनवाला की टॉप होल्डिंग्स में शामिल ल्युपिन के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है.

दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला की टॉप होल्डिंग्स में से एक फार्मा कंपनी ल्युपिन के शेयर बुधवार को 4.7 फीसदी चढ़ कर 1266.35 रुपये पर पहुंच गए. कमजोर मार्केट के बावजूद इंट्रा डे कारोबार में यह शेयर 52 सप्ताह की नई ऊंचाई पर पहुंच गया. इससे पहले इस शेयर ने 52 सप्ताह की ऊंचाई 11 मई को छुआ था. उस समय यह शेयर बढ़ कर 1246.30 रुपये पर पहुंच गया था. पिछले साल जुलाई में ल्युपिन के शेयर 828 रुपये तक गिर गए थे. यह इस शेयर के 52 सप्ताह की सबसे ज्यादा गिरावट थी. इसके बाद से अब तक यह शेयर 53 फीसदी चढ़ चुका है.

ल्युपिन के शेयरों में और 20 फीसदी की रैली की संभावना

टेक्निकल चार्ट के संकेतों के मुताबिक यह शेयर अल्पावधि में 20 फीसदी तक चढ़ सकता है. वोनांजा पोर्टफोलियो लिमिटेड के रिसर्च हेड विशाल वाघ ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया कि यह शेयर 1380 रुपये के लेवल को भी छू सकता है.31 मार्च 2021 तक राकेश झुनझुनवाला के पास इस कंपनी के 72.45 लाख शेयर थे. यह वॉल्युम टर्म में ल्युपिन के शेयर कारोबार का 1.60 फीसदी है. अब तक इसके 2.83 लाख शेयरों की बीएसई में खरीद-बिक्री हो चुकी है. वहीं एनएसई में इसके 52.91 लाख शेयरों की बिक्री हुई है.

ल्युपिन के मुनाफे में 18 फीसदी की बढ़ोतरी

Advertisment

जनवरी-मार्च तिमाही ( 2020-21) के आखिर तक म्यूचुअल फंड्स की ल्युपिन में 13.05 फीसदी हिस्सेदारी थी. उनके पास इसके 5.92 करोड़ शेयर थे. वहीं फॉरन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स यानी एफपीआई के पास 17.87 फीसदी यानी 8.10 करोड़ शेयर थे. कंपनी के प्रमोटरों के पास 46.58 फीसदी हिस्सेदारी थी. जनवरी-मार्च तिमाही में ल्युपिन के मुनाफे में 18.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी और यह 460 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था वहीं इसके पिछले वित्त वर्ष ( 2019-20) की समान अवधि में इसका मुनाफा 390 करोड़ रुपये का रहा था. पिछले सप्ताह ल्युपिन ने मुश्किल कैंसर के रोगियों के लिए दवा विकसित करने में सफलता का दावा किया था. कंपनी के शेयरों में बढ़त की यह भी एक वजह हो सकती है.

(स्टोरी में स्टॉक रिकमंडेशंस रिसर्च एनालिस्ट्स और ब्रोकरेज फर्म द्वारा दी गई जानकारियों पर आधारित है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन किसी भी निवेश सलाह को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. निवेश के पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें.)

(Article: Surbhi Jain)

Lupin Shares Rakesh Jhunjhunwala