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राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास जुबिलैंट इनग्रेविया के 1 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर हैं जो कंपनी में करीब 6.29 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है.
Jhunjhunwala Portfolio: भारत के वॉरेन बफेट (Warren Buffet) कहे जाने वाले दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhujhunwala) के पोर्टफोलियो में शामिल एक स्टॉक में इस साल 2021 में 180 फीसदी की तेजी आई है. झुनझुनवाला को लाइफ साइंसेज इंग्रेडिएंट्स कंपनी जुबिलैंट इनग्रेविया (Jubilant Ingrevia) में शानदार तेजी से अपना पोर्टफोलियो मजबूत बनाने में मदद मिली है. ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज का मानना है कि इस स्टॉक में आगे भी तेजी बनी रही सकती है और इसने 12 फीसदी यानी 844 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसे खरीदने की रेटिंग दी है.
राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के पास इस कंपनी के 1 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर हैं जो कंपनी में करीब 6.29 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. अगर यह मानकर चलें कि झुनझुनवाला ने अपनी होल्डिंग्स में कोई बदलाव नहीं किया है तो जुलाई-सितंबर 2021 में उन्हें इस अवधि में 202 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. जुलाई-सितंबर 2021 में जुबिलैंट इनग्रेविया 44 फीसदी मजबूत हुआ था.
स्टॉक में तेजी के दिख रहे मजबूत संकेत
- जुबिलेंट लाइफ साइंस को फार्मा और लाइफ साइंस इनग्रेडिएंट्स के लिए अलग-अलग एंटिटी बनाने के लिए एनसीएलटी से मंजूरी मिली थी. इसके बाद जुबिलेंट इनग्रेविया को बनाया गया. जुबिलेंट एनग्रेविया के तीन वर्टिकल हैं- स्पेशयलिटी केमिकल्स, न्यूट्रिशन व हेल्थ सॉल्यूशन और लाइफ साइंस केमिकल्स.
- पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में लाइफ साइंस केमिकल बिजनेस का रेवेन्यू 13 फ़ीसदी बढ़ा जबकि न्यूट्रिशन व हेल्थ सलूशन का कारोबार सालाना आधार पर 17 फ़ीसदी बढ़ा.
- एचडीएफसी सिक्योरिटीज का मानना है कि कंपनी ऐसे सेक्टर में है जिसमें मुख्य रूप से आरएंडडी (रिसर्च एंड डेवलपेंट) पर अधिक फोकस और ग्राहकों के बीच में पैठ बनाने में अधिक समय की मांग के चलते नई कंपनी के लिए शुरुआत करना बहुत मुश्किल भरा है.
- ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्ट्स का आकलन है कि कंपनी के सभी वर्टिकल्स में दोहरे अंकों की बढ़ोतरी के चलते इसका रेवेन्यू 14.5 फीसदी के सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ सकता है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने मजबूत मार्जिन और कम वित्तीय लागत के आधार पर अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2021-2023 में कंपनी का ईबीआईटीडीए 20.5 फीसदी और पीएटी (प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स) 28 फीसदी के सीएजीआर से बढ़ सकता है.
- जुबिलैंट इनग्रेविया को मजबूत मांग, हेल्थी मार्केट शेयर, मीडियम टर्म में मजबूत कैपिटल एक्सपेंडिचर कार्यक्रम व नए उत्पादों को लाने और दुनिया भर के कंपनियों की चीन+1 नीति से फायदा मिल सकता है.
- बेस केस में एचडीएफसी सिक्योरिटीज का अनुमान है कि यह स्टॉक 795 रुपये का लक्ष्य छू सकता है. हालांकि बुल केस में ब्रोकरेज फर्म ने इसमें निवेश के लिए 844 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस सेट किया है यानी कि वर्तमान भाव से करीब 12.6 फीसदी रिटर्न पाने का गोल्डेन चांस है.
(आर्टिकल: क्षितिज भार्गव)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)