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राकेश झुनझुनवाला ने बजट को लेकर बताई अपनी उम्मीदें, रघुराम राजन पर साधा निशाना

अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि भारत का शेयर बाजार अभी आने वाले समय में और तेजी दिखाएगा.

अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि भारत का शेयर बाजार अभी आने वाले समय में और तेजी दिखाएगा.

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rakesh jhunjhunwala tells his expectations from budget 2021 criticized raghuram rajan

अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि भारत का शेयर बाजार अभी आने वाले समय में और तेजी दिखाएगा.

अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला का मानना है कि भारत का शेयर बाजार अभी आने वाले समय में और तेजी दिखाएगा. उन्होंने खुद इस बात को माना था कि वह मार्च 2020 में इतने आशावादी नहीं थे, जब उन्होंने मार्च 2020 में अपने पोर्टफोलियो का 2 फीसदी बेचा था, और उस समय शेयर बाजार बेहद निचले स्तर था, लेकिन अप्रैल-मई तक इसमें दोबारा तेजी आ गई. उन्होंने कहा कि बाजार ने यह संकेत दिया कि वह निचले स्तर से वापसी कर चुका है.

25 सालों में भारत चीन से आगे निकलेगा: झुनझुनवाला

द प्रिंट के साथ एक इंटरव्यू में, राकेश झुनझुनवाला ने कहा कि अगले तीन-चार साल भारत में भारत में दो संख्या में ग्रोथ होगी. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि भारत में इस साल -7 फीसदी की ग्रोथ होगी, अगले साल यह 10 फीसदी पर जाएगी. राकेश झुनझुनवाला ने यह भी आकलन किया कि अगले 25 सालों में भारत चीन से आगे निकल जाएगा.

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निवेशकों की केंद्रीय बजट 2020 से बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था रिकवरी के रास्ते पर है. बजट को लेकर उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने कहा कि लोग केंद्रीय बजट 2021 को देखकर चौंक जाएंगे. उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि बजट में कोई टैक्स नहीं होंगे, खर्च में पर्याप्त बढ़ोतरी होगी और 6.5 से 7 फीसदी का राजकोषीय घाटा होगा. इस हफ्ते भारत का शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई के स्तर पर पहुंच गया. इसमें बीएसई सेंसेक्स 50 हजार के अहम आंकड़े को पार कर गया और निफ्टी 50 14,750 के स्तर को पार कर गया.

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भारत में बदलावों को लाना मुश्किल: झुनझुनवाला

बातचीत के दौरान, राकेश झुनझुनवाला ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन की कृषि बिलों का समर्थन नहीं करने के लिए आलोचना की. उन्होंने कहा कि क्या रघुराम राजन के पास एक अच्छा शब्द है जो भारत ने पिछले 5 सालों में किया है, उसके लिए? वे सरकार की लगातार आलोचना करते रहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि रघुराम राजन को केवल अंधेरा ही दिखता है, रोशनी नहीं. बड़े निवेशक ने वर्तमान में जारी किसान आंदोलन को इस बात का उदाहरण बताया कि भारत में बदलावों को लाना कितना मुश्किल है. झुनझुनवाला ने कहा कि रघुराम राजन ने पहले इन्हीं कृषि कानूनों का पक्ष लिया था, लेकिन अब वे आलोचना कर रहे हैं.

Rakesh Jhunjhunwala