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आरबीआई गवर्नर ने फिर क्रिप्टोकरेंसी पर चिंता जताई
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) को लेकर फिर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी ने आरबीआई के लिए गंभीर चिंता पैदा की है. दास ने कहा कि एक रेगुलेटर के तौर पर आरबीआई के सामने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है. माइक्रोइकनॉमिक संतुलन और वित्तीय स्थिता दोनों लिहाज से क्रिप्टोकरेंसी चिंता पैदा करती है.
दास ने कहा, क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की संख्या बढ़ा-चढ़ा कर बताई जा रही है
दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की संख्या को बढ़ा-चढ़ा कर बताया जा रहा है. हालांकि वॉल्यूम निश्चित तौर पर बढ़ता जा रहा है. बड़ी तादाद में ऐसे निवेशक हैं जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में 1000 या 2000 रुपये लगाए हैं. दास ने बिजनेस स्टैंडर्ड BFSI समिट में कहा कि आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है. क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार सक्रियता से विचार कर रही है. हालांकि दास से जब यह पूछा गया कि जब क्रिप्टो इंडस्ट्री पर नियमन की बात आएगी तो क्या आरबीआई इसे रेगुलेट करेगा तो उन्होंने इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया.
आरबीआई की चिंता बढ़ी, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को लेकर क्रेज भी बढ़ा
इससे पहले इस साल मई में दास ने कहा था कि बाजार में जिस तरह से क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड हो रहा है उसे केंद्रीय बैंक को भारी चिंता है. आरबीआई की डिजिटल करेंसी एक बात है और क्रिप्टोकरेंसी दूसरी. सरकार और आरबीआई, दोनों वित्तीय स्थिरता को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमने इन क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी चिंताओं के बारे में सरकार से बात की है.
दास ने कहा कि आरबीआई एक फिएट करेंसी के डिजिटल वर्जन पर काम कर रहा है. साथ ही वह इस बात का भी आकलन कर रहा है डिजिटल करेंसी लाने पर वित्तीय स्थिरता पर क्या असर पड़ सकता है. हालांकि सरकार और केंद्रीय बैंक की ओर से चिंता जताए जाने के बावजूद लोगों में क्रिप्टो के प्रति क्रेज बढ़ रहा है और इन एसेट्स में निवेश की रफ्तार तेज हो गई है. दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में बढ़ रहे निवेश की वजह से इसका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ने से CoinDCX अगस्त में यूनिकॉर्न बन गई थी. इसी तरह अक्टूबर में CoinSwitch kuber यूनिकॉर्न बन गई.