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RBI Rate Hike Cycle: ब्याज दरों में जारी रहेगी बढ़ोतरी! आपके इक्विटी और बॉन्ड में निवेश पर क्या होगा असर?

महंगाई जिस तरह से कंट्रोल से बाहर हो चुकी है, रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में आगे भी बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं. ऐसे में इसका असर इक्विटी और बॉन्ड मार्केट पर भी होगा.

महंगाई जिस तरह से कंट्रोल से बाहर हो चुकी है, रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में आगे भी बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं. ऐसे में इसका असर इक्विटी और बॉन्ड मार्केट पर भी होगा.

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Sushil Tripathi
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RBI Rate Hike Cycle: ब्याज दरों में जारी रहेगी बढ़ोतरी! आपके इक्विटी और बॉन्ड में निवेश पर क्या होगा असर?

RBI ने अनुमान के मुताबिक आज यानी 8 जून को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का एलान किया है. (File)

Rate Hike Impact on Investment: रिजर्व बैंक (RBI) ने अनुमान के मुताबिक आज यानी 8 जून को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का एलान किया है. रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ है और यह 4.90 फीसदी पहुंच गया. इसके पहले मई महीने में भी रेपो रेट में 40 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी हुई थी. स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी रेट अब बढ़कर 4.65 फीसदी हो गया है. जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) 5.15 फीसदी हो गया है. हालांकि कैश रिजर्व रेश्यो यानी CRR में कोई बदलाव नहीं हुआ है. एक्सपर्ट का मानना है कि महंगाई जिस तरह से कंट्रोल से बाहर हो चुकी है, रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में आगे भी बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं. ऐसे में इसका असर इक्विटी और बॉन्ड मार्केट पर भी होगा.

ब्याज दरों में और बढ़ोतरी का अनुमान

Kotak Mahindra Bank के चीफ इकोनॉमिस्ट उपासना भारद्वाज का कहना है कि महंगाई के रिस्क को कम करने के लिए रिजर्व बैंक ने दरों में इजाफा किया है. 3QFY23 तक महंगाई 6 फीसदी के पार बने रहने का अनुमान है, जिसके चलते आरबीआई ने यह कदम उठाया है. महंगाई को कंट्रोल करने के लिए सेंट्रल बैंक वित्त वर्ष 2023 में दरों में 60-85bps का और इजाफा कर सकता है.

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RBI MPC Live: रिजर्व बैंक ने ब्‍याज दरों में की बढ़ोतरी, रेपो रेट 50bps बढ़कर 4.90%, FY23 में GDP ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान

बाजार के लिए पॉजिटिव!

Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट, वीके विजयकुमार का कहना है कि RBI का वित्त वर्ष 2023 में GDP ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी और महंगाई 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है. ऐसे में यह रियलिस्टिक मॉनेटरी पॉलिसी है. हायर इनफ्लेशन प्रोजेक्शन से साफ है कि सेंट्रल बैंक इसके गंभीरता को पहचान कर चल रहा है. महंगाई को सटेबल करने के लिए रेपो रेट में 50 अंकों का इजाफा हुआ है. वहीं गवर्नर का यह संकेत कि अर्थव्यवस्था लचीला बनी हुई है और रिकवरी में मोमेंटम बना हुआ है, बाजार के लिए पॉजिटिव है. वहीं CRR में बढ़ोतरी नहीं हुई है. रेट हाइक के बाद बॉन्ड यील्ड में तेजी के साथ ही बॉन्ड मार्केट में पॉजिटिव रिएक्शन देखने को मिला.

एक्टिवली मैनेज्ड शॉर्ट ड्यूरेशन फंड बेहतर

PGIM India MF के हेड, फिक्स्ड इनकम, पुनीत पाल का कहना है कि MPC पॉलिसी अनुमान के मुताबिक रही है. रेपो दर में 50 बीपीएस की बढ़ोतरी की बाजार को उम्मीद थी. हालांकि वित्त वर्ष 2023 के लिए इनफ्लेशन का पूर्वानुमान बाजार की उम्मीद 6.70 फीसदी से अधिक है. हमारा अनुमान है कि आरबीआई अगस्त की पॉलिसी में रेपो रेट में 50 बीपीएस की और बढ़ोतरी के साथ लोड रेट में बढ़ोतरी जारी रखेगा. हमारी सलाह है कि निवेशक एक्टिवली मैनेज्ड शॉर्ट ड्यूरेशन के प्रोडक्ट में निवेश बढ़ाएं. जबकि चुनिंदा रूप से डायनमिक बॉन्ड फंडों में जोखिम क्षमता के अनुसार पैसे लगाएं.

मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेंजर्स इंडिया के CIO-फिक्स्ड इनकम महेंद्र जाजू का कहना है कि रेपोर रेट 50 बेसिस प्वॉइंट बढ़ा है, लेकिन CRR में बदलाव नहीं हुआ. आरबीआई का कहना है कि यील्ड को बारीकी से देखा जा रहा है और मार्केट बॉरोइंग प्रोग्राम के सुचारू संचालन के लिए आगे उचित कदम उठाए जाने की उम्मीद है. जिससे बाजार को कुछ राहत मिली है. पॉलिसी के बाद बेंचमार्क 10Y सरकारी बॉन्ड यील्ड में लगभग 5bps की कमी आई. फिलहाल आने वाले दिनों में और रेट हाइक देखने को मिल सकता है.

अगर अनुमान से ज्यादा बढ़ोतरी हो तो

Anand Rathi शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के चीफ इकोनॉमिस्ट, सुजान हाजरा का कहना है कि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया है जो अनुमान से 10 बेसिस प्वॉइंट ज्यादा है. वित्त वर्ष 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बरकरार है, वहीं महंगाई कंट्रोल करने पर सेंट्रल बैंक का फोकस है. केंद्र सरकार यहां महामारी से पहले के लेवल पर दरों को सामान्य करने के लिए पॉलिसी को सख्त कर रहा है. आने वाले दिनों में रेपो रेट 6-6.5 फीादी के लेवल में हो सकता है. फाइनेंशियल मार्केट ने पहले से ही इस फैक्टर को डिस्काउंट किया हुआ है. अगर नियर टर्म में ब्याज दरों में अनुमान से ज्यादा बढ़ोतरी होता है तो यह इक्विटी और बॉन्ड दोनों मार्केट के लिए निगेटिव होगा.

फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टर्स क्या करें

Kotak Mahindra AMC की चीफ इन्वेस्टमेंट आफिसर (Debt) & हेड प्रोडक्ट, लक्ष्मी अय्यर का कहना है कि रेपो रेट में 50 बीपीएस की बढ़ोतरी कीउम्मीद के अनुरूप है. सीआरआर में बदलाव नहीं हुआ है. फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टर्स अपने रिस्क रिवार्ड बेसिस पर यील्ड कर्व के मिड एंड पर बने रह सकते हैं.

बैंकिंग सेक्टर में मजबूती

Tradingo के फाउंडर पार्थ न्याती का कहना है कि RBI द्वारा रेट हाइक सरप्राइज करने वाला निर्णय नहीं है. यह डर था कि रेपो रेट 75 बेसिस प्वॉइंट बढ़ सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. CRR में बदलाव नहीं हुआ है. रेट हाइक के बाद बैंकिंग सेक्टर में मजबूती दिखी है. ओवरआल पॉलिसी बाजार के लिए पॉजिटिव है. अब बाजार की नजर US CPI डाटा और अगले हफ्ते FOMC मीटिंग पर रहेगा.

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