/financial-express-hindi/media/post_banners/qSiTgks1U6VhBT10653M.jpeg)
इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. (reuters)
Brent Crude/Petrol-Diesel Prices: रूस और यूक्रेन के बीच जैसे जैसे टेंशन बढ़ रहा है, तेल की कीमतों में उबाल आ रहा है. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. यह क्रूड के लिए करीब 8 साल का हाई है. डबल्यूटीआई क्रूड भी 109 डॉलर प्रति बैरल के करीब ट्रेड कर रहा है. दुनियाभर में सप्लाई कम होने और आगे और शॉर्टेज घटने के अंदेशा के चलते क्रूड में जोरदार उछाल देखने को मिला है. कमोडिटी बाजार के जानकार मान रहे हें कि क्रूड में यह तेजी अभी आगे भी जारी रहेगी. अगले 1 महीने की बात करें तो क्रूड में मौजूदा भाव से भी 10 से 15 फीसदी तेजी आएगी. ऐसे में घरेलू स्तर पर आम आदमी को महंगे पेट्रोल और डीजल के लिए तैयार रहना चाहिए.
बजट अनुमान से क्रूड 45 फीसदी महंगा
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि सरकार ने बजट के दौरान इकोनॉमिक सर्वे में यह अनुमान जताया था कि क्रूड 70 से 75 डॉलर प्रति बैरल तक महंगा होगा. लेकिन सरकार के अनुमान से क्रूड 35 डॉलर यानी करीब 45 से 36 फीसदी महंगा हो चुका है. इससे अर्थव्यवस्था पर असर आना तय है. रुपया पहले से ही 76 प्रति डॉलर तक कमजोर हो चुका है. भारत एनर्जी और एडिबल आयल का बड़ा इंपोर्टर है. इस वजह से बैलेंसशीट बिगड़ी तय है. ऐसे में सरकार को मजबूरन पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ाना पड़ सकता है. हो सकता है कि केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स पर कुछ राहत दें, लेकिन तेल की कीमतें बढ़ेंगी.
3 महीनों में क्रूड 70 महंगा, लेकिन पेट्रोल डीजल स्थिर
अजय केडिया का कहना है कि ब्रेंट क्रूड की बात करें तो 2 दिसंबर के बाद से यह 70 फीसदी महंगा हुआ है. 2 दिसंबर को ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल के करीब था जो अब 111 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. वहीं डबल्यूटीआई क्रूड में इस दौरान 75 फीसदी का उछाल आया है. दूसरी ओर यूपी और 5 राज्यों में चुनाव के चलते पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. ऐसे में चुनाव बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़नी लगभग लगभग तय मानी जा रही हैं. बता दें कि इस साल भी अबतक क्रूड में 42 फीसदी इजाफा हो चुका है, जबहिक एक साल में यह 82 फीसदी महंगा हुआ है.
पेट्रोल डीजल की कीमतों का बढ़ना तय!
IIFL के VP-रिसर्च अनुज गुप्ता का कहना है कि ब्रेंट अभी 111 डॉलर प्रति बैरल के करीब है. यह करीब 7.5 साल का हाई है. जबकि एमसीएक्स पर क्रूड लाइफ टाइम हाई 8088 रुपसे पर पहुंच गया है. जियोपॉलिटिकल रिस्क और सप्लाई कंसर्न के चलते क्रूड अगऔर 1 महीन में 125 डॉलर प्रति बैराल तक महंगा हो सकता है. वहीं एमसीएक्स पर यह 8500 से 8700 रुपये का लेवल टच कर सकता है. उनका कहना है कि भारत में पेट्रोल और डीजल में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन क्रूड महंगा होने से बैलेंसशीट पर दबाव बहुत ज्यादा है. ऐसे में चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल 15 रुपसे से 20 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी होने का अनुमान है.