scorecardresearch

नेट बैंकिंग से डॉलर भी भेज सकेंगे, RBI गवर्नर ने कहा- इनोवेशन के लिए प्रभावी नियमों की जरूरत

RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐसी प्रभावी नियमन की जरूरत बताई जो फिनटेक स्पेस में इनोवेशन को हतोत्साहित करने की बजाय उसकी मदद करे.

RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐसी प्रभावी नियमन की जरूरत बताई जो फिनटेक स्पेस में इनोवेशन को हतोत्साहित करने की बजाय उसकी मदद करे.

author-image
PTI
एडिट
New Update
Regulation should not constrain innovation in fintech space says RBI governor in an event and neft rtgs have multi-currency capabilities

आरबीआई गवर्नर के मुताबित कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंता के विषय हैं लेकिन देश अब किसी भी संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

प्रभावी तरीके से सर्विस डिलीवरी को लेकर वित्तीय सेक्टर में नए रास्ते बनाए जाने चाहिए. इसे लेकर RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐसी प्रभावी नियमन की जरूरत बताई जो फिनटेक स्पेस में इनोवेशन को हतोत्साहित करने की बजाय उसकी मदद करे. गुरुवार को एक कार्यक्रम में केंद्रीय बैंक के गवर्नर दास ने कहा कि आरबीआई के लिए इफेक्टिव रेगुलेशन प्रॉयोरिटी में है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मजबूत पूंजी आधार को लेकर बैंकिंग सेक्टर के स्वास्थ्य को बनाए रखना और एथिक्स-ड्राइवेन गवर्नेंस भी केंद्रीय बैंक की पॉलिसी प्रॉयोरिटी में है.

RBI गवर्नर ने कहा कि RTGS और NEFT में अभी सिर्फ रुपये में ही लेन-देन होता है लेकिन इसकी क्षमता कई करेंसीज में लेन-देन को लेकर बढ़ाई जा सकती है. यानी कि अगर इसमें इनोवेशन किया जाए तो इसके जरिए डॉलर के रूप में भी ट्रांजैक्शन किए जा सकते हैं.

Advertisment

SBI Life की खास पॉलिसी: 30 साल है उम्र तो रोज जमा करें 100 रु से कम, मिलेगा 2.5 करोड़ का कवर

NEFT-RTGS के जरिए मल्टी करेंसी ट्रांजैक्शन संभव

तकनीकी और नई-नई खोजों ने उपभोक्ताओं को बेहतर तरीके और तेज गति से सेवा उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. आरबीआई गवर्नर दास ने तकनीक और इनोवेशन की बड़ी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि आरबीआई ने लोगों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) उपलब्ध कराने के लिए 274 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शंस पर प्रॉसेस किया. इसमें से अधिकतर तो महामारी के दौरान प्रॉसेस हुए.

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि RTCS और NEFT लगातार सभी को किसी भी समय ट्रांजैक्शन के लिए सुविधा प्रदान कर रही है लेकिन इसे और मजबूत किया जा सकता है. दास के मुताबिक इसमें मल्टी-करेंसी कैपेबिलिटीज है यानी कि सिर्फ रुपये में ट्रांजैक्शन की बजाय इसके जरिए अन्य करेंसी के जरिए भी ट्रांजैक्शन संभव है.

कोरोना संकट से निपटने में देश सक्षम- दास

आरबीआई प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर नकारात्मक रूख अपनाता रहा है, हालांकि दास ने समारोह के दौरान कहा कि केंद्रीय बैंक फाइनेंसियल स्टेबिलिटी से जुड़ी चिंताओं का मूल्यांकन कर रहा है क्योंकि आरबीआई अपनी डिजिटल करेंसी लाने की योजना पर काम कर रहा है.

दास ने कहा कि आरबीआई कीमतों में स्थिरता और वित्तीय स्थायित्व बनाए रखते हुए इकोनॉमिक रिकवरी के लिए सभी पॉलिसी टूल्स का इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंता के विषय हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि देश अब किसी भी संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

Rbi Shaktikanta Das