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RIL Market Cap Crossed 16 Lakh Crore: रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने बुधवार के कारोबार में इतिहास रच दिया है. आरआईएल का मार्केट कैप पहली बार 16 लाख करोड़ के पार चला गया है. आज के कारोबार में आरआईएल के शेयरों में 1.5 फीसदी के करीब तेजी रही और यह 2369 के भाव पर पहुंच गया. यह शेयर के लिए 52 हफ्तों का हाई है. इस भाव के साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 16 लाचा करोड़ के पार चला गया. बता दें कि यह देश की ऐसी पहली कंपनी है जिसका मार्केट कैप 10 लाख करोड़ से ज्यादा है. आरआईएल के शेयर में मार्च के लो के बाद से 173 फीसदी तेजी आ चुकी है.
6 महीने में 173 फीसदी रिटर्न
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में पिछले 6 महीने से कम समय में 173 फीसदी से ज्यादा तेजी आ चुकी है. 23 मार्च को शेयर 867 रुपये के भाव पर था. वहीं, आज यानी 16 सितंबर को यह 2369 रुपये के भाव पर पहुंच गया. बता दें कि लॉकडाउन के दौर में शेयर अपने 52 हफ्तों के लो पर चला गया था, जिसके बाद से लगातार रिकवरी बनी हुई है. इसमें जियो के लिए कई ग्लोबल कंपनियों के साथ बड़ी डील और उसके बाद फ्यूचर ग्रुप के साथ डील का बड़ा योगदान रहा है.
शेयर में तेजी के पीछे बड़े कारण
जियो में 1.52 लाख करोड़ की डील: आरआईएल की ग्रोथ में रिलायंस जियो का बड़ा योगदान रहा है, जिसमें मार्च के बाद से 1.52 लाख करोड़ का निवेश आया है. जियो के लिए 14 ग्लोबल कंपनियों के साथ 15 डील में आरआईएल ने 1.52 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसमें फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्ता, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला, एडीएआई, टीपीजी, एल कैटरटॉन, पीआईएफ, इंटेल, क्वॉलकॉम और गूगल जैसे नाम हैं.
कर्ज मुक्त होने से बढ़ा भरोसा: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने 19 जुलाई को ही कर्जमुक्त होने का एलान कर दिया था. आरआईएल ने मार्च 2021 तक कर्ज मुक्त होने का लक्ष्य रखा था, जो 9 महीने पहले ही पूरा हो चुका है. आरआईएल पर जितना कर्ज था, उससे ज्यादा आरआईएल ने जियो की हिस्सेदारी बेचकर और राइट्स इश्यू से जुटा लिए हैं. दिसंबर 2019 तक आरआईएल पर नेट डेट करीब 1.53 लाख करोड़ के करीब था.
RIL का बेहतर वित्तीय प्रदर्शन: RIL को पहली तिमाही में 13,248 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, जो सालाना आधार पर 30.6 फीसदी अधिक है. हालांकि आरआईएल की आय घटकर 95,626 करोड़ रही. RIL का रिफाइनिंग व पेट्रोकेमिकल्स से रेवेन्यू 46,642 करोड़ और 25,192 करोड़ रुपये रहा. रिटेल बिजनेस से रेवेन्यू 31,633 करोड़ और डिजिटल सर्विसेज से 21,302 करोड़ रुपये रहा. रिलायंस जियो का मुनाफा 183 फीसदी बढ़कर 2,520 करोड़ रुपये रहा है. जियो का कस्टमर बेस 39.83 यूजर्स का था. ARPU सालाना आधार पर 30.2 फीसदी बढ़ा है.
फ्यूचर ग्रुप से डील: आरआईएल की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (RRVL), फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग बिजनेस का अधिग्रहण करेगी. इसके लिए RIL और फ्यूचर ग्रुप में 24713 करोड़ रुपये की डील हुई है. एक्सपर्ट का मानना है कि इस डील से भारत में रिटेल सेक्टर को बेहतर तरीके से आर्गनाइज्ड शेप में आने में मदद मिलेगी. वहीं आरआईएल का रेवेन्यू बढ़ेगा.