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RIL Q4: मार्च तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के रेवेन्यू और प्रॉफिट में ग्रोथ सिंगल डिजिट में रह सकती है.
Reliance Industries to Announce Q4 Results Today: मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries-RIL) के शेयरों पर बाजार की नजर बनी हुई है. आज RIL के शेयर में फ्लैट कारोबार देखने को मिल रहा है. शेयर 2343 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जबकि गुरूवार को यह 2346 रुपये पर बंद हुआ था. असल में आज RIL अपने तिमाही नतीजे जारी करने जा रही है, जो स्टॉक मार्केट बंद होने के बाद जारी किए जाएंगे. शेयर बाजार और निवेशकों को कंपनी के नतीजों का हर बार बेसब्री से इंतजार होता है, इसलिए एनालिस्ट भी RIL के नतीजों पर अपना अनुमान लगा रहे हैं. माना जा रहा है कि मार्च तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट में ग्रोथ सिंगल डिजिट में रह सकती है. हालांकि कंपनी के EBITDA में डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है. बता दें कि निफ्टी 50 इंडेक्स में कंपनी का वेटेज 10 फीसदी से भी ज्यादा है.
अलग अलग ब्रोकरेज हाउस के अनुमान देखें तो कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 2.15 से 2.25 लाख करोड़ रुपये के आस पास रह सकता है, यानी इसमें सालाना आधार पर 9 फीसदी से ज्यादा ग्रोथ का अनुमान है. वहीं नेट प्रॉफिट 3 से 4 फीसदी बढ़कर 16600 से 16850 करोड़ रुपये के बीच रहने का अनुमान है. कंपनी के आपरेटिंग प्रॉफिट में 16 से 17 फीसदी ग्रोथ का अनुमान है. फिलहाल नतीजों के बाद रिलायंस के शेयर के प्रदर्शन देखें तो ज्यादातर बार शेयरों पर दबाव देखने को मिलता है. ऐसा पिछले 12 में से 11 बार हुआ है.
रिटेल और टेलिकॉम सेग्मेंट
रिटेल और टेलिकॉम सेग्मेंट की बात करें तो इनका प्रदर्शन स्टेबल रहने की उम्मीद है. रिलायंस रिटेल की बात करें तो EBITDA में 30 से 35 फीसदी सालाना ग्रोथ का अनुमान है. वहीं टेलिकॉम सेग्मेंट में EBITDA के भी डबल डिजिट ग्रोथ का अनुमान है. ARPU 179 रुपये पर फ्लैट रह सकता है.
EBITDA में बेहतर ग्रोथ की वजह
कंपनी के EBITDA में होने वाली ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदान ऑयल टू केमिकल सेगमेंट का बेहतर प्रदर्शन, ग्रास रिफाइनिंग मार्जिन में बढ़त और टेलीकॉम व रिटेल कारोबार में बेहतर प्रदर्शन का होगा. इसके अलावा गैस प्रोडक्शन में बढ़त से भी कंपनी को फायदा होगा. विंडफाल टैक्स में कमी के कारण रिलायंस को अपनी पेट्रोकेमिकल्स इकाई के प्रदर्शन और मार्जिन में सुधार की उम्मीद है. तिमाही के दौरान, सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादन किए जाने वाले क्रूड पर टैक्स पहले 4400 रुपये प्रति टन से घटाकर 3500 रुपये प्रति टन कर दिया गया था. एक्सपर्ट्स को RIL के ग्रास रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार की उम्मीद है. वहीं टेलिकॉम आर्म रिलायंस का ARPU स्टेबल रह सकता है.
तीसरी तिमाही में Reliance Jio का प्रदर्शन
Reliance Jio का मुनाफा दिसंबर तिमाही में 28.3 फीसदी बढ़कर 4638 करोड़ रुपये रहा था. जबकि रेवेन्यू भी करीब 19 फीसदी बढ़कर 22,993 करोड़ रुपये हो गया. तीसरी तिमाही में Jio का EBITDA 12,009 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 4.52 फीसदी अधिक था. एबिट मार्जिन 52.2 फीसदी रहा था. ऑपरेटिंग मार्जिन में सालाना आधार पर (YoY) 50 बेसिस प्वाइंट्स (bps) का इजाफा हुआ था. जबकि नेट प्रॉफिट मार्जिन 17.1 फीसदी रहा.
तीसरी तिमाही में RIL का प्रदर्शन
रिलायंस इंडस्ट्रीज को दिसंबर तिमाही में 15,792 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था जो सालाना आधार पर 15 फीसदी कम था. जबकि इसी दौरान रेवेन्यू करीब 15 फीसदी बढ़कर 2.2 लाख करोड़ रुपये हो गया. Q3FY23 में RIL का एबिटा (EBITDA) 8.72 फीसदी बढ़कर 16,429 करोड़ रुपये हो गया.