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Reliance Jio Q1FY24 Results : रिलायंस जियो ने शुक्रवार को अपने जून तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया. (FILE PHOTO : REUTERS)
Reliance Jio Q1FY24 Results: रिलायंस समूह की टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया है. अप्रैल-जून 2023 की तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 12.1 फीसदी बढ़कर 4,863 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल की इसी तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 4,335 करोड़ रुपये था. कंपनी का टैक्स पूर्व लाभ (Profi Before Tax - PBT) जून तिमाही में 6,533 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह रकम 5,818 करोड़ रुपये रही थी.
अप्रैल से जून 2023 के तीन महीनों के दौरान रिलायंस जियो का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 26.2 फीसदी पर बरकरार रहा. पिछले साल की समान तिमाही के दौरान भी कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन इतना ही था. हालांकि इसी दौरान कंपनी के नेट प्रॉफिट मार्जिन में मामूली सुधार देखने को मिला और यह अप्रैल-जून 2022 के 16.9 फीसदी से बढ़कर अप्रैल-जून 2023 में 17.2 फीसदी पर जा पहुंचा.
कुल आय बढ़कर 24,127 करोड़ रुपये हुई
रिलायंस जियो के शुक्रवार को घोषित अन-ऑडिटेड नतीजों के मुताबिक जून तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 24,127 करोड़ रुपये हो गई, जबकि साल भर पहले इसी तिमाही में यह 21,995 करोड़ रुपये रही थी. रिलायंस समूह की टेलिकॉम कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम जून तिमाही में 9.9 फीसदी की ग्रोथ के साथ 24,042 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 21,873 करोड़ रुपये रही थी.
नेटवर्क ऑपरेटिंग खर्च बढ़ा
रिलायंस जियो के खर्चों की बात करें तो अप्रैल-जून 2023 के दौरान कंपनी के कुल खर्च (Total Expenses) बढ़कर 17,594 करोड़ रुपये पर जा पहुंचे, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह रकम 16,137 करोड़ रुपये ही थी. खर्च के डिटेल पर नजर डालें तो जून 2023 में खत्म तिमाही के दौरान रिलायंस जियो का नेटवर्क ऑपरेटिंग खर्च बढ़कर 7379 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 6842 करोड़ रुपये था. इसी दौरान कंपनी का सेलिंग और डिस्ट्रीब्यूशन खर्च 362 करोड़ रुपये से बढ़कर 539 करोड़ रुपये और डेप्रिसिएशन (Depreciation and Amortisation) व्यय 4231 करोड़ रुपये से बढ़कर 5159 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि इसी दौरान कंपनी का लाइसेंस फीस/स्पेक्ट्रम चार्ज घटकर 2204 करोड़ रुपये रह गया, जो जून 2022 में खत्म तिमाही के दौरान 2536 करोड़ रुपये था.